शनिवार को उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिला में एक बस हादसे में शहीद हुए भारतीय रिजर्व पुलिस बल के जवान राकेश का पार्थिव शरीर मंडी में उनके पैतृक गांव बैरी लाया गया जहां त्रिवेणी संगम शमशानघाट पर सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया
अंतिम संस्कार में प्रशासन की तरफ से तहसीलदार संधोल जगदीश लाल, एसएचओ धर्मपुर सूर्म सिंह, स्थानीय पुलिस चौकी प्रभारी बलजीत सिंह, भाजयुमो के प्रदेश प्रभारी रजत ठाकुर, सुमन सकलानी, धर्मपुर कांग्रेस के चंद्रशेखर, भारतीय रिजर्व के एक दर्जन जवान और एक दर्जन जवान कुल्लू से एएसआई नन्द लाल की अगुवाई में राकेश कुमार को श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
शनिवार को हुए इस हादसे के बाद चौथे दिन मंगलवार की सुबह जैसे ही 31वर्षीय राकेश कुमार का शव उसके पैतृक गांव बैरी पंहुचा तो परिवार के साथ-साथ हजारों लोगों की आंखें नम हो गईं शहीद के अंतिम दर्शनों के लिए लोगों का भारी हुजूम उमड़ पड़ा
बता दें कि भारत तिब्बत सीमा पुलिस की सातवीं वाहनी मिर्थि की एक बस सड़क किनारे लगे क्रैश बैरियर को तोड़ते हुए लगभग सौ मीटर नीचे पैदल खाई में गिर गई थी इस दुर्घटना में संधोल (बैरी) के जवान राकेश कुमार की घटना स्थल पर ही मौत हो गई जबकि दो अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हो गए ये सभी जवान डयूटी पर तैनात थे और डयूटी के दौरान ही यह हादसा हुआ है
राकेश कुमार अपने पीछे पत्नी मधु (32), दो वर्षीय बेटे दीवांश सहित दो नन्ही बेटियां इशिका और कृतिया को छोड़ गए राकेश को उनके दो वर्षीय बेटे दिवांश और भाई अमित ने मुखाग्नि दी।