हमीरपुर जिला में कोरोना की ताजा स्थिति और इससे संबंधित विभिन्न प्रबंधों की समीक्षा के लिए हमीर भवन में अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान राकेश पठानिया ने चिकित्सकों, प्रशासनिक अधिकारियों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोरोना संक्रमण के शिकार लोगों विशेषकर गंभीर मरीजों की काउंसलिंग करना और उनसे दिन में कम से कम तीन-चार बार बात करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अगर चिकित्सक और अधिकारी आइसोलेशन में रह रहे मरीजों से नियमित रूप से बात करेंगे और उनका हाल-चाल पूछेंगे तो इससे मरीजों का मनोबल बढ़ेगा और वे कोरोना से जंग जीतने में जल्द कामयाब होंगे। कोविड स्वास्थ्य केंद्रों में गंभीर मरीजों की वीडियो मॉनीटरिंग और किसी भी तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्या आने पर तुरंत डॉक्टर या स्वास्थ्य कर्मी को अलर्ट करने की व्यवस्था की जाएगी।
पठानिया ने कहा कि संक्रमित लोगों के मार्गदर्शन के लिए ऑडियो-वीडियो माध्यमों का भी प्रयोग किया जाना चाहिए।राकेश पठानिया ने कहा कि कोरोना संकट में जिला के अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम ने बहुत ही अच्छा काम किया है, लेकिन सर्दी के मौसम को देखते हुए आने वाले 3-4 महीने काफी चुनौतीपूर्ण होंगे। इसी दौरान पंचायतों और नगर निकायों के चुनाव होंगे और शिक्षण संस्थान भी खुले रहेंगे। इसलिए सभी अधिकारी इन 3-4 महीनों के लिए एक पुख्ता एवं प्रभावी योजना तैयार करें तथा इसे तुरंत लागू करें। वह स्वयं हर 15 दिन के बाद स्थिति की समीक्षा करेंगे। घर में ही आइसोलेशन में रह रहे लोगों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से से एक मेडिकल किट मुहैया करवाई जा रही है। इसमें आवश्यक दवाईयों, सेनिटाइजर और अन्य सामग्री के अलावा पल्स ऑक्सीमीटर देने की भी व्यवस्था की जा रही है।
लोगों को कोरोना से संबंधित सावधानियों के प्रति जागरुक करने का अभियान लगातार जारी रहना चाहिए। विशेषकर स्कूलों में इस पर ज्यादा जोर देने की आवश्यकता होगी। संबंधित एसडीएम, तहसीलदार और शिक्षा विभाग के अधिकारी नियमित रूप से स्कूलों का निरीक्षण करें। इस पर उपायुक्त देवाश्वेता बनिक ने बताया कि आम लोगों को कोरोना संबंधी सावधानियों के प्रति जागरुक करने के लिए जिला में एक व्यापक अभियान की रुपरेखा तैयार की गई है। इस अभियान की नियमित रूप से समीक्षा की जाएगी और सरकार के सभी दिशा-निर्देशों की अक्षरश: अनुपालना सुनिश्चित की जाएगी। बैठक में एसपी कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन ने पुलिस की ओर से किए गए विभिन्न प्रबंधों की जानकारी दी, जबकि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्चना सोनी ने जिला में कोरोना के मामलों की ताजा स्थिति और स्वास्थ्य विभाग की ओर से किए गए प्रबंधों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया।
जल्द तैयार करें फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स की सूची
वन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया ने स्वास्थ्य विभाग और अन्य विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे कोरोना के मोर्चे पर तैनात सभी अधिकारियों-कर्मचारियों की सूची जल्द तैयार करें, ताकि इन सूचियों को वैब पोर्टल पर अपलोड किया जा सके। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारियां अभी से ही शुरू कर दी हैं। यह वैक्सीनेशन संभवत: सबसे पहले कोरोना फ्रंटलाइन वर्कर्स से आरंभ हो सकती है। अधिकारी इस दिशा में भी सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार कार्य करें।
पठानिया ने कोविड केयर सेंटर का किया निरीक्षण
बैठक के बाद वन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया ने एनआईटी परिसर स्थित कोविड केयर सेंटर का भी दौरा किया और वहां उपलब्ध करवाई जा रही विभिन्न सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने मोबाइल के माध्यम से मरीजों का हाल-चाल भी पूछा।