एक और प्रदेश सरकार ने ओवर लोडिंग वाहन पर रोक लगाने के लिए हर रोज कई प्रयत्न कर रही है पर फिर भी सैकड़ों ओवरलोड वाहन सड़कों पर दौड़ते देखें जा सकता है। सरकार ने ओवरलोड वाहनों पर शिकंजा कसने के लिए जिला प्रशासन के कई अधिकारी और कर्मचारियों को ओवरलोड वाहनों पर रोक लगाने की जिम्मेदारी सौंपी थी। लेकिन अधिकारियों के कार्यभार नहीं संभालने से ओवरलोड वाहन धड़ल्ले से सड़कों पर दौड़ रहे हैं।
जिला सिरमौर का पांवटा से शिलाई-शिमला रोहड़ू मार्ग अत्यंत खराब है। यहां पर तीखे मोड़ों के कारण कई हादसे हो चुके हैं। सरकार के सख्त आदेशों के बाद भी अधिकारी इक्का-दुक्का वाहनों के चालान काटकर अपनी ड्यूटी पूरी कर रहे हैं ।
प्रदेश के मुखिया सीएम जयराम ठाकुर ने प्रदेश में सरकार बनते ही ओवरलोडिंग बंद करने के सख्त आदेश दिए थे पर धरातल पर ओवरलोडिंग पर कोई लगाम नहीं है। यहां का प्रशासन गहरी नींद में सोया हुआ है। जिससे कई हादसे हो चुके हैं। हादसे होने के बाद इक्का-दुक्का छोटे वाहनों के या लोकल बसों के चालान काट कर अपनी ड्यूटी पूरी कर रहे हैं। जबकि, अधिक ओवरलोडिंग और तेज गति से भाग रहे वाहनों पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।
स्थानीय निवासी नाथूराम ने कहा कि यहां के दोनों दलों के नेताओं की मिली-जुली भगत के कारण भी यहां पर ओवरलोडिंग करने वालों के ऊपर शिकंजा नहीं कसा जा रहा है। पुलिस प्रशासन सख्ती भी करते हैं तो उनकी ट्रांसफर करवा दी जाती है। इतने हादसे होने के बावजूद भी क्यों इन लोगों को सबक नहीं मिल रहा है क्या यह कोई बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं।