हिमाचल दिवस के मौके पर शिमला के रिज मैदान पर राज्यस्तरीय कार्यक्रम किया गया। जिसमें राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की और पुलिस, एनसीसी, होम गार्ड ,एनएसएस,स्काउट एंड गाइड की टुकड़ियों की सलामी ली। इस दौरान राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि इस पहाड़ी प्रदेश ने विकास की नई ऊंचाइयों को छुआ है। इस उन्नति में हिमाचल की महिला, सैनिकों व मेहनतकश लोगों का अहम योगदान है। देवभूमि हिमाचल वीरभूमि भी है जिसके जवान भारत माता की सेवा में लगे है।
राज्यपाल ने कहा कि 15 अप्रैल 1948 को 30 छोटी रियासतों को मिलाकर हिमाचल प्रदेश का गठन किया गया था। गठन के बाद से हिमाचल प्रदेश ने विकास के नए आयाम कायम किये है। आचार्य देवव्रत ने कहा कि आज प्रदेश में युवाओं में बढ़ता नशे का प्रचलन चिंता की बात है । आज के दिन सभी लोगों को नशे को रोकने के लिए संकल्प लेना चाहिए जिससे युवा पीढ़ी की ऊर्जा को प्रदेश के विकास में लगाया जा सके।
इस बार हिमाचल दिवस पर हरियाणा में राज्यपाल आचार्य देवव्रत के गुरुकुल के 47 बच्चों ने मलखम्ब, जिम्नास्टिक और योग का प्रदर्शन कर सभी का मन मोह लिया।आचार संहिता के कारण इस बार जिला स्तर पर कोई कार्यक्रम आयोजित नही किया गया। लोकसभा चुनावों में लोगों को मतदान के लिए प्रेरित करने के मकसद से कार्यक्रम के दौरान नुक्कड़ का आयोजन भी किया गया।