सोलन के डीसी केसी चमन ने औपचारिक घोषणा करते हुए बताया कि मलबे में करीब 42 लोग दबे थे जिन सभी को रेस्क्यू कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि 42 में से 30 लोग आर्मी के जवान थे। जिसमें से 13 लोगों की मौत हो चुकी है और घायल जवानों को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है। जंहा उनका उपचार चल रहा है।
वहीं, उन्होंने बताया कि अन्य जो सिविलियन लोग थे उन्हें भी उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है। इनमें से एक महिला जो कि मकान मालिक थी उसकी मृत्यु हुई है। इस पूरे हादसे में करीब 14 लोगों की मृत्यु हुई है।
उन्होंने कहा कि जो अवैध निर्माण करके जो बिल्डिंग बनाई गई थी। इसके लिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं जो भी जाचं का हिस्सा होगा उसे सुनिश्चित कर दिया जाएगा। फिलहाल रेस्क्यू तब तक चलेगा जब तक एनडीआरएफ की टीम पूरी तस्सली नहीं कर लेती है।