धर्मशाला: उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि इंदोरा और फतेहपुर में रेस्क्यू ऑपरेशन युद्ध स्तर पर चल रहा है। उन्होंने बताया कि यहां राहत व बचाव कार्य के लिए के लिए एयरफोर्स के कुल दो एमआई-17 हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं। इसके अलावा भारतीय सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस के जवान भी बचाव कार्य में लगे हैं। उन्होंने बताया कि इस दौरान दोनों क्षेत्रों से अभी तक कुल 766 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। जिनमें 213 को चॉपर, 422 लोगों को बोट तथा 131 लोगों को अन्य माध्यमों से निकाला गया है।
इंदोरा में किए 493 लोग रेस्क्यू
डीसी ने बताया कि इंदोरा उपमंडल में अभी 493 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। इनमें से हेलीकॉप्टर की 3 उड़ानों के माध्यम से 71 लोगों को एयरलिफ्ट किया गया तथा बोट के द्वारा 422 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। रेस्क्यू किए गए लोगों में मंड घंडरा से 25, अरनी विश्वविद्यालय से 30, बडाला से 16, बेला इंदोरा से 72, मंड भोगरवां से 45, मंड मियानी से 181, उलैड़ियां से 102, धमेटा से 9 तथा हलेर से 13 लोग सुरक्षित निकाले गए हैं।
उन्होंने बताया कि इंदोरा में वायुसेना के हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट किए गए 71 लोगों में से पिछले 10 महीने से ब्रेन हेमरेज से बीमार मंड घंडरा की 68 वर्षीय श्रोती देवी को रेस्क्यू किया गया, 1 माह की बच्ची मनुश्री को उसकी मां आशा रानी के साथ निकाला गया। जबकि पराल की ज्योति देवी को उनके 8 दिन के बेटे लवयांश तथा 8 माह की गर्भवती गीता को एयरलिफ्ट किया गया।
फतेहपुर से 273 लोग निकाले
जिलाधीश ने बताया कि फतेहपुर उपमंडल में अभी तक कुल 273 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। उन्होंने बताया कि इनमें से 142 लोगों को एयरफोर्स के चॉपर की 6 उड़ानों के माध्यम से एयरलिफ्ट किया गया वहीं 131 लोगों को अन्य माध्यमों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
रिलीफ कैंपों में ठहरे 271 लोग
डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि इंदोरा और फतेहपुर उपमंडल में रेस्क्यू किए गए लोगों के लिए प्रशासन द्वारा रिलीफ कैंप लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि हेलीपैड से एचआरटीसी की बसों के माध्यम से लोगों को राहत शिविरों में भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि दोनों उपमंडलों में कुल 271 लोगों ने आज राहत शिविरों में आश्रय लिया है।
उन्होंने बताया कि फतेहपुर उपमंडल में प्रशासन द्वारा स्थापित राहत शिविरों में 266 लोग रह रहें हैं, जिनमें फतेहपुर रिलीफ कैंप में 96 तथा बढूखर में 170 लोगों ने पनाह ली है। वहीं 7 लोग अपने रिश्तेदारों के पास ठहरे हैं। वहीं इंदोरा में रेस्क्यू किए गए लोगों में से केवल पांच लोग ही राहत शिविर में ठहरे हैं तथा बाकि सभी ने अपने सगे संबंधियों के पास रह रहे हैं।
अभी जारी है रेस्क्यू
डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि हेलीपैड से एचआरटीसी की बस से लोगों को राहत शिविरों में भेजा जा रहा है। आर्मी, एयरफोर्स, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, क्यूआरटी सहित पुलिस की टीमों की मदद से राहत व बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। डमटाल हेलीपैड पर स्थानीय एमएलए मलेंद्र राजन प्रशासन के साथ बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल तथा एसपी नूरपुर अशोक रतन मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन को संचालित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन अभी जारी है।