उपायुक्त डॉ. ऋचा वर्मा ने लोक निर्माण, जल शक्ति और विद्युत विभागों को आगामी मॉनसून के दौरान संभावित आपदाओं से निपटने के लिए अभी से आवश्यक प्रबंध करने को कहा है। उन्होंने यह बात बुधवार को मुख्य सचिव के साथ आयोजित वीडियो कान्फ्रेसिंग के उपरांत अधिकारियों से चर्चा करते हुए कही। वीडियो कान्फ्रेसिंग के दौरान राज्य स्तर से प्राप्त दिशा-निर्देशों की अक्षरशः पालना करने के लिए उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए।
उपायुक्त ने कहा कि जिला में आपदा प्रबंधन के लिए 8.33 करोड़ रुपये की राशि उपलब्ध है। इसके लिए उन्होंने लोक निर्माण विभाग को बहाली और मुरम्मत कार्यों के प्रस्ताव तैयार करने को कहा। जिला के विभिन्न भागों में वैकल्पिक सड़क मार्गों की समय पर मुरम्मत और रखरखाव सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्होंने विद्युत विभाग के अभियंताओं को जिला में सभी लाईनों का निरीक्षण करने को कहा। उन्होंने कहा कि बिजली की लाईनें मकानों से उपयुक्त दूरी पर हों और हरे पेड़ों से भी दूरी पर हो, इस बात को अभी से सुनिश्चित बनाया जाना चाहिए। संबंधित विभागों को अपनी परिसम्पतियों की सूची तैयार करने को कहा। इसके अलावा, लोक निर्माण विभाग को अपनी मशीनरी और श्रम शक्ति को तैयार रखने को कहा। संवेदनशीन स्थानों पर डोजर, जेसीबी इत्यादि की तैनाती करने के लिए विभाग को तैयार रहना चाहिए।
उपायुक्त ने कहा कि मॉनसून के दौरान सांप के काटने की घटनाएं बढ़ जाती हैं और स्वास्थ्य विभाग को अभी से पर्याप्त मात्रा में जहर के टीके अथवा दवाईयां उपलब्ध रखनी होगी। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशील चंद्र ने अवगत करवाया कि सभी अस्पतालों में सांप के जहर के इलाज के टीके उपलब्ध हैं और इसके अलावा, सभी 108 एम्बुलेंस में भी यह सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। जिला खाद्य नागरिक आपूर्ति नियंत्रक ने अवगत करवाया कि जिला के सभी भागों में उचित मूल्यों की दुकानों में और खुले बाजार में पर्याप्त खाद्यान्न और आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध हैं और मॉनसून के दौरान यदि किसी प्रकार की आपदा आती है तो खाद्यान्न की कमी की संभावना नहीं है।