हिमाचल के सबसे बड़े डेंटल कालेज में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे छात्रों से आरकेएस के नाम पर भारी भरकम फीस वसूलने का मामला सामने आया है। शिमला डेंटल कॉलेज में फ़ीस के नाम पर धांधली हो रही है और फीस जमा करवाने के बाद रसीद भी नही दी जाती है। यहां आरकेएस के नाम साल में 2000 रुपए साल लिए जा रहे है। जिसको सप्लीमेंट्री के नाम पर बसूला जा रहा है। वहीं इसके बदले में कोई भी रसीद नही दी जा रही है।
जब आरटीआई से जानकारी ली गई तो इसमें सरकारी डेंटल कॉलेज में ये हाल देखने को मिला जबकि निज़ी कॉलेज में तो लूट मची हुई है। लेकिन डर के मारे कोई भी छात्र इसपर कुछ कहने को तैयार नही है।
वहीं बीडीएस कर चुके अनिक आज़टा का कहना है कि इस हिसाब से 50 हज़ार से ज्यादा हर साल डेंटल कॉलेज की व्यक्ति की जेब मे जा रहा है। इसको लेकर स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री को भी शिकायत की गई है लेकिन अभी तक कुछ नही हुआ। जिसके बाद सिर्फ हाइकोर्ट का रास्ता बचा है।