- 31 अगस्त तक 8 से 2 बजे तक हड़ताल पर रहेंगे कर्मचारी,
- रेगुलर पे स्केल की कर रहे मांग,
- 2 सितंबर से पूरा दिन हड़ताल पर जाने की दी सरकार को चेतावनी,
- आईजीएमसी में पर्ची न बनने से मरीजों को उठानी पड़ेगी परेशानी।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला स्थित राज्य के सबसे बड़े अस्पताल आई.जी.एम.सी. में एक बार फिर मरीजों की परेशानियां बढ़ गयी है क्योंकि अस्पताल के आर. के. एस. कर्मचारी रैगुलर पे स्केल की मांग को लेकर मंगलवार से 31 अगस्त तक सुबह 8 से दोपहर बाद 2 बजे तक पैनडाऊन स्ट्राइक पर चले गए हैं और 31 अगस्त तक मांग नहीं मानी गई तो 2 सितंबर से पूरे दिन हड़ताल पर जाएंगे।
आर.के.एस.कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अरविंद पाल ने कहा कि आई.जी. एम. सी. मे 2016 में 36 आर.के.एस कर्मचारियों को और उसके बाद 2019 में एक कर्मचारी को रेगुलर पे स्केल सरकार की नोटीफिकेशन के आधार पर दिया जा चुका है लेकिन 2021 में आर के एस के तहत 55 कर्मचारी आठ साल का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं लेकिन सरकार रेगुलर पे स्केल नहीं दे रही है। सरकार 2016 की तर्ज पर 55 आरकेएस कर्मचारियों को रेगुलर पे स्केल देने की अधिसूचना जारी करे अन्यथा 2 सितंबर से पूरे दिन हड़ताल की जाएगी।
आर.के.एस.कर्मचारी संघ के महासचिव विनोद ने बताया कि आर.के.एस कर्मचारी काउंटर पर 2 बजे तक सेवाएं नहीं देंगे सिर्फ एक काउंटर पर आपातकालीन सेवाओं के लिए पर्ची बनेगी और कैश लेंगे, अन्य ओ.पी.डी. के लिए पर्ची व कैश सुविधा बंद रहेगी। कर्मचारियों ने बताया कि आई. जी. एम. सी. की तर्ज पर नाहन व टांडा मैडीकल कालेज के कर्मचारियों को भी रैगुलेर पे स्केल मिल चुका है इसलिए उन्हें भी इसी तर्ज पर रैगुलर पे स्केल मिलना चाहिए।