चंबा-भरमौर राष्ट्रीय उच्च मार्ग की हालत काफी खस्ता है। जगह जगह पर सड़क पर पड़े गड्ढों की वजह से वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। चंबा भरमौर मार्ग पर आने वाले 2 महीनों के बाद पवित्र मणिमहेश यात्रा शुरू होने वाली है। जिसमें हर साल लाखों की संख्या में देश-विदेश से श्रद्धालु भगवान शंकर के दर्शन करने के लिए मणिमहेश कैलाश पहुंचते हैं। वह सभी लोग इसी मार्ग से होकर मणिमहेश पहुंचते हैं। लेकिन जिस तरह से विभाग द्वारा इस सड़क का कार्य किया जा रहा है उससे नहीं लगता की मणिमहेश मेला शुरू होने से पहले सड़क का सुधार हो पाएगा।
शिवभूमि भरमौर वैसे भी यहां हमेशा ही 84 मंदिर के दर्शन करने पूरा साल सैलानी आते हैं। चंबा-भरमौर मार्ग को राष्ट्रीय उच्च मार्ग का दर्जा तो दे दिया गया है लेकिन इसकी चौड़ाई के काम में ठेकेदार द्वारा काफी देरी की जा रही है जिसकी वजह से लोगों को इस तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
यहां के स्थानीय लोगों व वाहन चालको ने बताया कि चंबा-भरमौर मार्ग की हालत बहुत खस्ता है रास्ते इतने खराब है की इस पर सफर करना व गाड़ी चलाना खतरे से खाली नहीं है। वाहन चालको ने बताया कि सड़क पर इतने गड्ढे पड़े हुए हैं कि उनके बहन बहुत जल्दी खराब हो जाते हैं जिसकी वजह से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि रास्ते में गड्ढों की वजह से यहां हमेशा दुर्घटना का खतरा बना रहता है।
यहां के स्थानीय लोगों ने बताया कि आने वाले समय में यहां मणिमहेश यात्रा शुरू होने वाली जहां पर बहुत से श्रद्धालु बाहर के राज्यों व विदेशों से यहां पहुंचते हैं। लेकिन अगर यह रास्ता खराब इसी तरह रहा तो जो भी श्रद्धालु एक बार इस रास्ते में सफर करेंगे वह दोबारा फिर यहां का रुख नहीं करेंगे। लोगों ने विभाग से आग्रह किया है कि जल्द से इस रास्ते को दुरुस्त किया जाए ताकि लोगों को इस तरह की दिक्कतों का सामना ना करना पड़े।