पलचान से लेकर अटल टनल तक जाने वाली सड़क विशेष तौर से सर्दियों के मौसम के दौरान पूरी तरह से सुरक्षित है। बीआरओ द्वारा विभिन्न स्थानों पर ग्लेशियर के खतरे को रोकने के लिए भी पुख्ता प्रबंध किए हैं। उपायुक्त लाहौल-स्पीति नीरज कुमार द्वारा आज बीआरओ के मुख्य अभियंता वीके सिंह के साथ अटल टनल के सुरक्षा के मुद्दों के अलावा सड़क की मौजूदा परिस्थितियों की समीक्षा लिए की गई बैठक के दौरान बीआरओ के मुख्य अभियंता ने उपायुक्त को इस बात की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि पलचान से लेकर अटल टनल के नॉर्थ पोर्टल तक विभिन्न 12 स्थानों पर बनने वाले सुरक्षा ढांचों में से 11 पूरी तरह से तैयार हो चुके हैं। इनमें स्नो गैलरी और अन्य ढांचे शामिल हैं। जबकि 12वें का भी निर्माण कार्य पचास फीसदी पूरा हो चुका है। इसे सर्दी के मौसम के तुरंत बाद पूरा कर लिया जाएगा। इनके निर्माण में आधुनिक तकनीक और इंजीनियरिंग का समावेश किया गया है। ये ढांचे ग्लेशियर की तीव्रता को कम करके खतरे से बचाव में पूरी तरह से सक्षम हैं।
उन्होंने ये भी बताया कि पर्यटकों की बढ़ती संख्या के दृष्टिगत बीआरओ द्वारा 3 हजार गाड़ियों की पार्किंग की क्षमता वाली दो पार्किंग के निर्माण की कार्य योजना भी तैयार की गई है। पर्यटन के पीक सीजन के दौरान लगने वाले जाम की समस्या से निपटने के लिए भी एक वैकल्पिक बाई पास मार्ग का निर्माण किया जाएगा जो आने वाले 2 वर्षों के भीतर पूरा हो जाएगा। इससे ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिलेगी। इस कार्य के लिए मात्र भूमि अधिग्रहण का कार्य बचा है।
बजट की व्यवस्था की जा चुकी है। उन्होंने ये भी बताया कि बीआरओ द्वारा पलचान से लेकर सिस्सु तक 3 कैफेटेरिया तैयार करने की योजना पर भी कार्य किया जा रहा है। इनमें सर्दी के मौसम के मद्देनजर भी सभी सुविधाएं जोड़ी जाएंगी।
लाहौल-स्पीति के उपायुक्त नीरज कुमार ने कहा कि सोलंग क्षेत्र में लाहौल जाने वाले स्थानीय वाहनों के लिए एक अलग मैकेनिज्म तैयार करने के लिए पुलिस अधीक्षक कुल्लू को कहा गया है ताकि उन्हें बेवजह लगने वाले ट्रैफिक जाम की वजह से दिक्कतों का सामना ना करना पड़े। उन्होंने कहा कि सोलंग क्षेत्र में लगने वाले लंबे ट्रैफिक जाम से आपातकालीन सेवाएं भी प्रभावित हो सकती हैं। ऐसे में इन दोनों पहलुओं के दृष्टिगत कुल्लू पुलिस को व्यवस्था तैयार करने के लिए कहा गया है। इस मौके पर बीआरओ के लेफ्टिनेंट कर्नल सन्नी भी मौजूद रहे।