जनजातीय क्षेत्र लाहौल-स्पीति को कुल्लू से जोड़ने वाला रोहतांग दर्रा बीआरओ ने वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल कर दिया है। जबकि लाहौल का दारचा मार्ग भी बीआरओ के जवानों ने बहाल कर दिया है। बीआरओ के चीफ इंजिनियर कर्नल ए.के अवस्थी ने बताया कि बीआरओ ने दो दिनों के भीतर रोहतांग मार्ग को यातायात
के लिए बहाल कर दिया है।
चीफ इंजिनियर ने बताया कि हालांकि रोहतांग दर्रा 12 नवंबर से बर्फबारी होने के कारण वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गया था। बाद मौसम ठीक होने के कारण पिछले दो दिनों से बीआरओ ने मार्ग को बहाली का कार्य आरंभ किया था। जिसके चलते शुक्रवार दोपहर वाद मार्ग को यातायात के लिए बहाल कर दिया गया है।
बीआरओ के जवानों ने मशीनरियां लेकर शून्य से नीचे तापमान में मार्ग की बहाली को अंजाम दिया है। रोहतांग मार्ग के बहाल होने के बाद लाहौल-स्पीति को लागों ने राहत की सांस ली है। पहले दिन मार्ग बहाल होने पर लाहौल की ओर से 29 छोटे बडे़ वाहनों ने रोहतांग दर्रा पार कर मनाली की तरफ दस्तक दी है, जिसमें करीब 138 लोग मनाली पहुंचाए जा रहे हैं।