रोहतांग दर्रे में 3 महीने बाद रौनक लौट आई है। जुलाई महीने से दर्रे में वीरानगी छाई हुई थी। मढी के व्यवसाइयों सहित पर्यटन और रोहतांग से जुड़े उझी घाटी के 9 गांवों के लोग भी मंदी की मार झेल रहे थे। लेकिन अब रोहतांग में सैलानियो से रौनक लौटते ही सभी ने राहत की सांस ली है। ऑन लाइन साइट खुलते ही पर्यटक वाहनों ने परमिंट लेकर कर रोहतांग का रुख करना शुरू कर दिया है। सुबह 10 बजे जैसे ही प्रशासन ने ऑन लाइन साइट खोली वैसे ही पर्यटको सहित सैलानी हरकत में आ गए। 2 घंटे के सुहाने सफर के बाद साढे 12 बजे सैलनियों का पहला काफिला 13050 फुट ऊंचे रोहतांग दर्रे में जा पहुंचा।
रोहतांग दर्रे में 2 फीट बर्फ की मोटी परत इस समय मौजूद है। यहां 23 सितंबर को भारी बर्फबारी हुई थी। साथ ही रोहतांग में सड़क के धंस जाने से मार्ग बंद हो गया था। बीआरओ द्वारा सड़क को बहाल किया गया है।
सैलानी सोमवार से बुकिंग कर के मनाली से रोहतांग का रुख कर सकते हैं। सैलानी रोहतांग परमिट नाम की साइट से 550 रुपये फीस देकर ऑनलाइन परमिट प्राप्त कर सकते हैं। नियमों के अनुसार एक दिन में 1200 वाहन ही रोहतांग जा सकते हैं. इनमें 800 पेट्रोल और 400 डीजल इंजन के वाहन शामिल हैं।
मनाली एसडीएम रमन घरसंगी ने बताया कि रोहतांग दर्रा सैलानियों के लिए बहाल कर दिया है। उन्होंने बताया कि ऑन लाइन परमिंट प्राप्त कर सैलानी रोहतांग पहुंच गए है। सैलानियो की रोहतांग के लिए आवाजाही मौसम पर निर्भर रहेगी। उन्होंने कहा कि सैलानी भी मौसम की परिस्थितियों को ध्यान में रखकर ही रोहतांग का रुख करें।