रोहतांग टनल से इस बार सर्दियों में आम लोगों की आवाजाही भी सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए बीआरओ ने विशेष योजना बनाई है। इसके तहत सुरंग के द्वार रोजाना आम लोगों के लिए एक घंटे के लिए खोले जाएंगे और उस दौरान लोगों को सुरंग के आर-पार करवाया जाएगा। योजना को अभी अंतिम रूप देना बाकी है। बीआरओ ने इस संबंध में एक रिपोर्ट भी तैयार की है जिसे रक्षा मंत्रालय भेजा जाएगा।
रोहतांग दर्रा बंद होने के बाद जहां लाहुल-स्पीति के लोग हवाई सेवा पर ही निर्भर रहते हैं, वहीं रोहतांग सुरंग से लोगों की आवाजाही अगर सुनिश्चित हो जाती है तो लोगों को हवाई सेवा के सहारे नहीं रहना पड़ेगा। परियोजना प्रबंधन के साथ लाहुल-स्पीति प्रशासन इस संबंध में जल्द ही एक बैठक भी करने जा रहा है। हालांकि बीआरओ के अधिकारी इस योजना को लेकर पूरी तरह मीडिया से दूरियां बनाए हुए हैं, लेकिन बीआरओ के सूत्रों ने इस बात का खुलासा किया है कि रोहतांग टनल से सर्दियों में लोगों की आवाजाही को लेकर विशेष योजना पर काम शुरू कर दिया गया है।
रोहतांग टनल के चीफ इंजीनियर केपी पुरुषोत्तम का कहना है कि इस संबंध में बैठक की जानी है। लाहुल-स्पीति के विधायक एवं कृषि मंत्री डॉ. रामलाल मार्कंडेय के विदेश दौरे पर होने के चलते इस संबंध में फिलहाल बैठक नहीं हो पाई है। बताया जा रहा है कि जल्द ही मंत्री भी बीआरओ अफसरों से बैठक करेंगे और उक्त योजना को अमलीजामा पहनाने की रणनीति तैयार करेंगे।