हिमाचल प्रदेश चुनावों में आरओनेट का प्रयोग करने वाला पहला राज्य बन गया है। प्रदेश के किसी भी बूथ पर कहीं किसी ईवीएम या वीवीपैट में तकनीकी दिक्कत आयी तो पलक झपकते ही चुनाव आयोग से लेकर रिटर्निंग ऑफिसर और सेक्टर मजिस्ट्रेट तक को पता चल जाएगा, जिससे समस्या हल फौरन निकाला जा सकेगा। क्योंकि इसके जरिए आदेश फौरन आएगा और सबको इसकी जानकारी रहेगी।
कहीं कोई भुगतान करना हो, ट्रेजरी यानी सरकारी खजाने से कोई लेनदेन हो, उम्मीदवार को कोई जानकारी लेनी या फीस जमा करनी हो यह सब एक क्लिक पर होगा। यह कमाल होगा आरओनेट सिस्टम के जरिए होगा। रिटर्निंग ऑफिसर इस अत्याधुनिक मोबाइल पोर्टल के जरिए चुनाव आयोग, सीईओ और रिटर्निंग ऑफिसर सभी जुड़े रहेंगे और चुनाव प्रबंधन ज्यादापारदर्शी, सरल और सक्षम होगा। हिमाचल प्रदेश पहला ऐसा राज्य होगा जो इस पोर्टल के जरिए पेचीदा चुनाव प्रबंधन को आसानी से हैंडल करेगा।
इस नए सिस्टम का पायलट परीक्षण पिछले महीने पंजाब विधानसभा चुनावों के दौरान छिटपुट तौर पर किया गया था, जिसमे निर्वाचन आयोग को जबर्दस्त कामयाबी मिली थी।
लेकिन इस बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान पूरे राज्य में इस एप का एकसाथ इस्तेमाल पहली बार होगा. मुख्य चुनाव आयुक्त एके ज्योति ने इसे औपचारिक तौर पर लांच कर दिया। मोबाइल आधारित इस एप के जरिए आम जनता भी जुड़ सकती है. कहीं भी आचार संहिता का उल्लंघन हो रहा हो तो आम नागरिक फोटो, वीडियो या कोई और अन्य जानकारी फौरन अपलोड कर सकेंगे।