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राष्ट्रीय एकता दिवस पर शिमला में ‘रन फॉर’ यूनिटी का आयोजन

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राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के अवसर पर आज शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान से ‘रन फॉर यूनिटी’ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। यह दौड़ राज्य रेडक्रॉस सोसायटी और शिमला जिला प्रशासन द्वारा आयोजित की गई थी। यह दौड़ ऐतिहासिक रिज मैदान से शुरू होकर स्कैंडल, मॉल, छोटा शिमला होती हुई वापस रिज पर संपन्न हुई। इस दौड़ में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों ने भी भाग लिया।

क्यों मनाते हैं राष्ट्रीय एकता दिवस

गौरतलब है कि 31 अक्टूबर को भारत के पहले उपप्रधान मंत्री और गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती होती है। हर साल इस दिन को नेशनल यूनिटी डे या राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस साल सरदार वल्लभ भाई पटेल की 145वीं जयंती है। दरअसल, सरदार वल्लभ भाई पटेल ने 560 रियासतों को भारत संघ में एकीकृत करने में अहम भूमिका निभाई थी। राष्ट्र को एकजुट करने के लिए सरदार पटेल के किए प्रयासों को स्वीकार करने के लिए राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है।

राष्ट्रीय एकता की दिशा में उनके प्रयासों ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को ‘भारत के लौह पुरुष’ के रूप में संदर्भित किया है। वल्लभ भाई पटेल के योगदान का सम्मान करने के लिए हर साल 31 अक्टूबर को कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। केंद्र की मोदी सरकार ने 2014 में 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया था।