हिमाचल के फार्मा उद्योग द्वारा तैयार की गईं दवाओं का गुणवत्ता परीक्षण में फेल होने का सिलसिला जारी है। प्रदेश में बनी 7 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। केन्द्रीय दवा मानक नियंत्रक संगठन (CDSO) ने इस महीने का ड्रग अलर्ट जारी किया है, जिसमें देश में कुल 34 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। प्रदेश में हर माह दवाओं के सैंपल फेल होने से कई सवाल खड़े हो गए हैं। शूगर, एंटीबायोटिक, एंटी एलर्जी, विटामिन, बुखार, गैस, मिर्गी और बवासीर इत्यादि दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं।
इन उद्योगों की दवाओं के सैंपल हुए फेल
मैसर्ज रोस रोबिन्ज बायोटैक की टैरेफिक का लॉट नंबर बी-534, मैसर्ज तिरुपति मैडीकेयर पांवटा साहिब की विटामिन डी-3 का बैच नंबर बी-9 सीडब्ल्यूपी 011, मार्टिन एंड ब्राऊन बायो साइंस मलकूमाजरा बद्दी की सकनोल सस्पैंशन का बैच नंबर एमएल 17सी 17।
एडविन फार्मा त्रिलोकपुर कालाअंब की ग्लीमप्राइड मेटोफोरमिन एचसी1 (एसआर) का बैच नंबर एटी 08-0996, मैसर्ज जी लैबोरेटरीज पांवटा साहिब की एमोक्सिलिन ओरल सस्पैंशन का बैच नंबर 717 -50, बायोजैनेटिक ड्रग प्राइवेट लिमिटेड बद्दी की सिट्राजिन सिरप का बैच नंबर 05096-बीएएस 2 और अल्टेक फार्मास्यूटिकल टिपरा परवाणु की डायोमाइड का बैच नंबर यूएलटी-11840 का सैंपल फेल हुआ है।