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मोदी सरकार के 11 साल: आत्मनिर्भर भारत की गूंज विश्व मंच तक: संजय सेठ

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शिमला पहुंचे रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने मोदी सरकार के 11 वर्षों को आत्मनिर्भर भारत की मिसाल बताया
कोविड वैक्सीन से लेकर चंद्रयान और ऑपरेशन गंगा तक भारत की वैश्विक पहचान को किया रेखांकित
धारा 370 हटाने, राम मंदिर निर्माण और रक्षा निर्यात में आत्मनिर्भरता को सरकार की ऐतिहासिक उपलब्धि बताया


Modi Government 11 Yearsछ मोदी सरकार के 11 वर्ष पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम के तहत रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ शिमला पहुंचे, जहां उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में केंद्र सरकार की नीतियों और उपलब्धियों को “संकल्प से सिद्धि” का सशक्त उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि इन 11 वर्षों में भारत ने वैश्विक मंच पर एक अलग और आत्मनिर्भर राष्ट्र के रूप में अपनी पहचान बनाई है। आज का भारत न किसी से डरता है, न ही झुकता है—बल्कि अपने आत्मबल के साथ दुनिया में मजबूती से खड़ा है

संजय सेठ ने कोविड-19 संकट के दौरान भारत की भूमिका को मानवता का आदर्श बताया। उन्होंने कहा कि भारत ने 140 करोड़ नागरिकों को निःशुल्क वैक्सीन उपलब्ध कराने के साथ-साथ 118 देशों को भी टीके देकर ‘वैश्विक वैक्सीनेटर’ की भूमिका निभाई। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मोटे अनाज (मिलेट्स) को बढ़ावा देने के अभियान की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि इससे देश का किसान भी आत्मनिर्भर बना है और विश्व में भारत की छवि एक जिम्मेदार खाद्य देश के रूप में उभरी है।

रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान भारत द्वारा चलाया गया ‘ऑपरेशन गंगा’, जिसमें 23,000 भारतीय छात्रों को सुरक्षित स्वदेश लाया गया, भारत की कूटनीतिक और मानवीय ताकत का प्रतीक है। मंत्री ने कहा कि यह केवल भारतीय छात्रों तक सीमित नहीं था, बल्कि इसमें अन्य देशों के छात्र भी शामिल थे, जो भारत के नेतृत्व और तिरंगे के सम्मान का प्रतीक है।

उन्होंने पहलगांव आतंकी हमले का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत ने पहली बार एक परमाणु संपन्न देश पर संयोजित हमला कर 23 मिनट में आतंकियों को मार गिराया। आज भारत की नीति स्पष्ट है—हर आतंकी घटना युद्ध मानी जाएगी और जो देश आतंक को समर्थन देंगे, उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

मंत्री ने कहा कि आज बेटियां भी सीमाओं पर तैनात हैं। सैनिक स्कूलों में उनके लिए प्रवेश की व्यवस्था की गई है। रक्षा बजट 2014 से पहले 2.51 लाख करोड़ था जो आज बढ़कर 6.81 लाख करोड़ हो चुका है। भारत अब 92 देशों को रक्षा उपकरण निर्यात करता है, जबकि पहले बुलेटप्रूफ जैकेट तक आयात करनी पड़ती थी।

चंद्रयान मिशन की सफलता और भारत के दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल निर्माता बनने की उपलब्धि को भी उन्होंने सरकार की वैज्ञानिक क्षमता का उदाहरण बताया। आज भारत की 140 करोड़ आबादी में से 116 करोड़ लोग मोबाइल फोन इस्तेमाल करते हैं, जो डिजिटल इंडिया के प्रभाव को दर्शाता है।

अब पंचवर्षीय योजनाओं की बजाय भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की दीर्घकालिक योजना पर कार्य कर रहा है। संजय सेठ ने बताया कि बीते वर्षों में 27 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले हैं और भारत डिजिटल लेनदेन करने वाला दुनिया का सबसे बड़ा देश बन चुका है। नक्सलवाद अब अंतिम सांसें ले रहा है और सीमावर्ती गांवों में पलायन की समस्या समाप्ति की ओर है।

धारा 370 हटाने और राम मंदिर निर्माण जैसे ऐतिहासिक फैसलों को उन्होंने सांस्कृतिक और संवैधानिक दृढ़ता का परिचायक बताया। उन्होंने कहा कि ये 11 साल केवल शासन के नहीं, बल्कि भारत के आत्मबल, संकल्प और सशक्तिकरण के युग रहे हैं। आने वाले वर्षों में भारत और अधिक ऊंचाइयों को छुएगा।