हिमाचल प्रदेश में पिछले लंबे समय से जब से भाजपा सरकार बनी है। महिला मोर्चा की अध्यक्ष इंदु गोस्वामी लगातार पार्टी से नाराज़ नज़र आ रही हैं। यही कारण है कि पार्टी के बड़े बड़े कार्यक्रमों से भी इंदु गोस्वामी ने चुनावों के दौरान भी और उसके बाद भी कनी काटना ही आवश्यक समझा इन सबके बीच में लंबे समय से माना जा सकता रहा था कि इंदु गोस्वामी अपने पद से इस्तीफा दे सकती हैं। अब उन्होंने अपने लंबे चौड़े ई-मेल के माध्यम से एक तरफ जहां पार्टी की कार्यप्रणाली पर विशेष रूप से पालमपुर विधानसभा में आरोप लगाए हैं और कहा है कि दूसरे विधानसभा के नेताओं के हस्तक्षेप से वह लगातार आहत हो रही हैं। उनके समर्थकों को भी यह कुछ बड़े नेता लगातार परेशान कर रहे हैं।
ईमेल में उन्होंने लिखा है कि ऐसी विपरीत परिस्थितियों में उन्हें बतौर महिला मोर्चा की अध्यक्ष के रूप में काम करना उचित नहीं लग रहा है क्योंकि जो महिलाओं की ही अनदेखी प्रदेश की सरकार कर रही है और कुछ ही महिला नेता भाजपा के पास प्रदेश में है अगर उनको ही इसी तरह प्रताड़ित किया जाएगा तो महिला मोर्चा की अध्यक्ष होने का कोई मतलब ही नहीं रह जाता है वही हिमाचल प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा है कि महिला मोर्चा अध्यक्ष इंदु गोस्वामी की ई-मेल जरूर मिली है लेकिन अभी वह उस ई-मेल को पढ़ नहीं सके हैं।
उन्होंने कहा कि मेरी जानकारी के अनुसार उन्होंने अपना त्यागपत्र पार्टी को दिया है जिसके ऊपर पार्टी के नेता निर्णय लेंगे। वहीं, हिंदू गोस्वामी ने इस विषय पर कहा कि उन्होंने ईमेल के माध्यम से अपनी कुछ बातें संगठन मंत्री पवन राणा और प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती के समक्ष रखी हैं। अब वह इन बातों को लेकर सुधार का निर्णय लेते हैं या कोई दूसरा निर्णय लेता है, यह उन पर निर्भर करता है। लेकिन मैंने जो पार्टी के मंच पर अपनी बात रखनी थी मैं रख चुकी हूं और उससे अधिक मुझे अभी मीडिया में जाकर कुछ नहीं कहना है।