मुख्यमंत्री गुरूवार को शिमला में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री राजीव सैजल के नेतृत्व में अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल से मिले। यह प्रतिनिधिमंडल हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति पद पर डॉ. सिकंदर की नियुक्ति के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद करने के लिए आया था।
मुख्यमंत्री ने डॉ. सिकंदर को बधाई देते हुए कहा कि वह राज्य के सर्वोच्च शिक्षण संस्थान को नई दिशा प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि वर्षों से खाली पड़े कुलपति के पद पर उनकी तैनाती से संस्थान को अनेक उम्मीदें हैं। उन्होंने कहा कि वह इस पद पर अपने दायित्व का सफलतापूर्वक निर्वहन करेंगे और विश्वविद्यालय को नई उंचाईयों तक पहुंचाएंगे।
डॉ. सिकंदर हिमाचल प्रदेश अनुसूचित जाति मोर्चा के राज्य अध्यक्ष रहे चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. सिकन्दर की नियुक्ति अनुसूचित जाति समुदाय के लोगों के लिए सम्मान का क्षण है, जो अपनी योग्यता व क्षमता के बल पर इस प्रतिष्ठित पद के लिए चयनित हुए है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की डॉ. सिकंदर की नियुक्ति में कोई भूमिका नहीं है और उनकी नियुक्ति योग्यता के आधार पर एक लम्बी प्रक्रिया के उपरांत मेरिट आधार पर की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार के गठन में अनुसूचित जाति और जनजाति से सम्बन्ध रखने वाले लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल ने हमेशा ही अनुसूचित जाति व जनजाति समुदाय के लोगों को वोट बैंक समझा है और उनके विकास की ओर बहुत कम ध्यान दिया है। जयराम ठाकुर ने कहा कि बीजेपी की वर्तमान सरकार समाज के सभी वर्गों के कल्याण और उत्थान के लिये कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों के उत्थान और सशक्तिकरण के लिए अनेक योजनाएं आरम्भ की हैं।