शिमला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला चिड़गांव में इन दिनों नए कमरों का कार्य चल रहा है। जिसके लिए ईंटों का ट्रक मंगवाया गया था। प्रधानाचार्य मीना राम ने मज़दूरों को बुलाने के बजाए स्कूल के बच्चों से ही पूरा ईंट का ट्रक उतरवा दिया। सरकारी स्कूल अपनी शिक्षा को लेकर पहले ही निशाने पर है और सरकारी शिक्षण संस्थानों की छवि को सुधारने के लिए सरकार पूरा जोर लगा रही है। कहीं न कहीं कुछ स्कूलों में शिक्षा का स्तर बढ़ भी रहा है। ऐसे में प्रिंसिपल के इस कारनामे ने सरकारी स्कूलों की छवि को गहरा धक्का पहुंचाया है।
ये वाक्या मंगलवार दोपहर का है जब वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल के प्रिंसिपल ने अपने ही स्कूल के बच्चों को मजदूर बना ईंटों से भरा पूरा ट्रक अनलोड करवाया और इतना ही नहीं लड़कियों को भी ईंटों की ढुलाई के काम पर लगा दिया।
जिस पर विद्यार्थियों के अभिभावक काफी गुस्से में है और इसका विरोध कर रहे हैं । स्थानीय प्रधान भूपेंद्र ने सारे घटनाक्रम कि गहनता से जांच की मांग उठाई है।