हिमाचल में अब दस से कम छात्रों वाले हाई व सेकेंडरी स्कूल बंद हो सकते हैं। शिक्षा विभाग ने इसको लेकर पहले चरण की कार्रवाई शुरू कर दी है। जिलों से दस से कम छात्र संख्या वाले हाई और सेकेंडरी स्कूलों का रिकॉर्ड मांगा है। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक की ओर से जिला उपनिदेशकों को आदेश जारी किए गए। इसके तहत जिलों को 10 से कम छात्र संख्या वाले हाई, वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों का ब्यौरा मांगा गया है।
हालांकि ऐसे स्कूलों को बन्द करने से पहले पढ़ रहे विद्यार्थियों के माता-पिता, स्कूल की प्रबंधन समिति के सदस्यों का फोन नंबर भी मांगा गया है, ताकि उनसे बात कर स्कूलों में संख्या बढ़ाईं जा सके। इस दौरान यदि ग्रामीणों व अभिभावकों से फीडबैक में ये जानकारी मिलती है कि पिछले कई सालों से इन स्कूलों की संख्या में वृद्धि नही हुई है, तो ऐसे में कल संख्या वाले स्कूल बंद हो सकते है।
हिमाचल प्रदेश में 4994 प्राइमरी, 1092 मिडल, 32 उच्च और नौ सीनियर सेकेंडरी स्कूल ऐसे हैं, जहां विद्यार्थियों की संख्या 20 से कम है। शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अनुसार डेढ़ किमी से अधिक दूरी पर स्कूल न होने और स्कूल में कम से कम 25 बच्चों के ज़रूरी होने का प्रावधान है। प्रदेश में बीस विद्यार्थियों से कम संख्या वाले 6127 सरकारी स्कूल है जिनको मर्ज किए जाने की भी क़वायद है। प्रदेश में पिछले साल 80 स्कूल ऐसे थे जिनमें एक भी दाखिला नहीं हुआ परिणामस्वरूप शैक्षणिक सत्र नहीं चला।