हिमाचल में बरसाती घास से पनपने वाले कीट से होने वाली बीमारी स्क्रब टायफस का कहर जारी है। आईजीएमसी शिमला में जानलेवा बुखार से बीते कल हुई एक महिला की मौत के बाद आज 9 नए मामले सामने आने से स्वास्थ्य विभाग के हाथ पांव फूल गए हैं।
आईजीएमसी के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर रमेश ने स्क्रब टायफस पीड़ित 9 मामले आने की पुष्टि की है। इस साल आईजीएमसी में 13 लोगों की स्क्रब टायफस से मृत्यु हो चुकी है। साथ ही 300 से अधिक मरीज इस बीमारी से ग्रस्त हो चुके हैं। उन्होंने लोगों को सलाह दी है कि बुखार होने पर इलाज के लिए तुरंत अस्पतालों में जाएं तथा चिकित्सकों की सलाह से अपना उपचार करवाएं।
डॉक्टर रमेश ने बताया कि ये बीमारी घास में पनपने वाले कीट से फैलती है। स्क्रब टाइफस होने पर मरीज को तेज बुखार, जिसमें 104 से 105 तक जा सकता है। जोड़ो में दर्द और कंपकपी के साथ बुखार, शरीर में ऐठन अकड़न या शरीर का टूटा हुआ लगना, अधिक संक्रमण में गर्दन बाजू-कूल्हों के नीचे गिल्टियां का होना इस बीमारी के लक्षण हैं।