हिमाचल प्रदेश हाइकोर्ट द्वारा शिमला के प्रतिबंध के बावजूद भी मार्गों पर गाड़ियां रोकने को लेकर वकील विफ़र गए हैं। नाराज़ वकीलों ने बालूगंज थाने से माल रोड़ के प्रतिबंधित मार्ग पर चक्का जाम कर जमकर नारेबाज़ी की। जिला वॉर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव सरकैक ने कहा कि वकीलों को कोर्ट के काम से कभी जिला अदालत तो कभी हाइकोर्ट से लेकर कई जगह जल्दी में जाना होता है। लेकिन कोर्ट के आदेशों के बाद रोक लगे मार्गों पर उनकी गाड़ियों को पुलिस द्वारा रोका जा रहा है जो उचित नहीं है। जल्द ही यदि वकीलों की गाड़ियों को बहाल नहीं किया गया तो वकील अपने आंदोलन को ओर अधिक तेज़ करेंगे।
गौर रहे कि पिछले सप्ताह प्रदेश हाईकोर्ट ने शिमला के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक को आदेश जारी कर यह सुनिश्चित करने को कहा था कि शहर की प्रतिबंधित और प्रतिबंधित सड़कों पर कोई भी गाड़ी पार्क न हो। कोर्ट ने इन अधिकारियों को यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि उक्त सड़कों पर बिना परमिट के वाहनों को चलाने की कोई अनुमति न हो।