शीतकालीन सत्र के 5वें दिन शुक्रवार को अपनी नियमितीकरण की मांग को लेकर सिलाई अध्यापिकाएं सीएम से मिलने पहुंची। वह दिनभर भूख-प्यासी इस इंतजार में खड़ी रहीं कि कब सीएम आएंगे और उनकी मांगों को मानेंगे। इसी इंतजार में 3 महिलाएं बेहोश हो गई। चिकित्सकों द्वारा मौके पर उपचार मिलने के बाद महिलाएं होश में आई।
आखिर मुख्यमंत्री मिल तो गए लेकिन उन्होंने अध्यापिकाओं की मांगों की फ़ाइल पर फिर से विचार की मुहर लगा दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी इस पर विचार किया जाएगा। महिलाएं सुबह से भूखी प्यासी इसी इंतजार में थी कि आज उनकी मांग पूरी होगी लेकिन हुआ कुछ और ही।
सिलाई क्राफ्ट अध्यापिका संघ पंचायती राज की प्रदेशाध्यक्ष नीलम वर्मा ने बताया कि उनकी नियुक्ति 21 साल पहले हुई थी, लेकिन आज दिन तक उन्हें नियमित नहीं किया गया, जबकि उनसे बाद नौकरी में लगे पंचायत सहायकों और रोजगार सेवकों को नियमित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि अब अगर इनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वे 2019 के लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगी।