शिमला में आज एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई द्वारा पिछले लंबे समय से अघोषित छात्रों के पुर्नमूल्यांकन परिणाम को लेकर परीक्षा नियंत्रक का घेराव किया गया। एसएफआई इकाई गौरव नाथन द्वारा कहा गया कि यूजी कॉर्स 2018 में जिन छात्रों द्वारा दाखिला लिया गया, पहले उन छात्रों को विषय प्रणाली के अंतर्गत आठ विषय पढ़ने के लिए निर्धारित किये गए ,परीक्षा होने के बाद जिन छात्रों का परिणाम सही नहीं रहा उन छात्रों के द्वारा पुर्नमूल्यांकन के लिए आवेदन भरे गए। प्रदेश भर के हज़ारों छात्रों द्वारा पिछले 3 महीनों से पुर्नमूल्यांकन के परिणाम का इंतजार किया जा रहा है। लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन अभी तक पुर्नमूल्यांकन का परिणाम घोषित नहीं कर पाया। जो साफ दर्शाता है कि विश्वविद्यालय प्रशासन अपनी लचर हालात में विश्वविद्यालय और प्रदेशभर के सभी कॉलेजों को चला रहा है ।
एसएफ़आई पिछले लंबे समय से यह मांग कर रही है कि विश्वविद्यालय मे नॉनटचिंग स्टाफ के खाली पड़े सभी पदों को भरा जाए और साथ ही साथ जिस तरह से लगातार विश्वविद्यालय को निजी हाथों में देने का काम विश्वविद्यालय प्रशासन और प्रदेश सरकार कर रही है। उस पर रोक लगाई जाए ताकि, लाखों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ ना हो सके। एसएफआई इकाई द्वारा इस घेराव के माध्यम से यह मांग की गई कि शीघ्र से शीघ्र पुनर्मूल्यांकन के परिणाम को घोषित किया जाए और परीक्षा आवेदन की समय तिथि को बढ़ाया जाए।