शिमला में आज एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने 15 सिंतबर से होने वाले पीजी अंतिम सेमेस्टर के छात्रों की परीक्षाओं के दौरान हॉस्टल्स को भी छात्रों के लिए खोलने की मांग को लेकर चीफ वॉर्डन को मांगपत्र सौंपा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने पीजी कोर्सेज के अंतिम सेमेस्टर के छात्रों के 15 सितंबर से परीक्षाएं लेने का फैसला लिया है। लेकिन इस कोरोना महामारी के दौर में जहां एक ओर सारे छात्र घरों के अंदर हैं। ऐसे में परीक्षाएं देने जब छात्र विश्वविद्यालय आएंगे तो छात्रों को रहने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा क्योंकि विश्वविद्यालय के छात्रावास भी बंद किये गए हैं।
एसएफआई का मानना है कि अगर छात्रावासों को इस महामारी के दौरान भी बंद रखा जाएगा तो इससे छात्रों पर आर्थिक बोझ पड़ेगा क्योंकि छात्रावास के बंद होने के कारण छात्र इधर-उधर किराये के मकानों में रहने को मजबूर होगा जिसका सीधा असर छात्रों की जेबों पर पड़ेगा और दूसरी ओर छात्र अपने स्वास्थ्य के प्रति भी चिंतित हैं।
उनका कहना है कि हम जानते हैं कि होस्टल काफी लंबे समय से बंद पड़े हैं तो खोलने से पहले सभी हॉस्टल्स को सेनिटाइज किया जाए। कोरोना महामारी के दौरान पहले ही छात्र मानसिक और आर्थिक तनाव से जूझ रहे हैं। अगर हॉस्टल्स भी बंद ही रखे गए तो इससे छात्र और तनाव में चला जायेगा। इसलिए एसएफआई ने मांग की है कि जल्द से जल्द हॉस्टल्स को सेनिटाइज किया जाए ताकि छात्र हॉस्टल में रह सके। इससे चम्बा, किन्नौर और लाहौल स्पीति जैसे दूर दराज से आने वाले छात्रों को भी राहत मिलेगी।