देश भर में नई शिक्षा नीति को लेकर चर्चा चल रही है। कई राज्य नई शिक्षा नीति को लागू करने को तैयारी कर रहे हैं। नई शिक्षा नीति को लेकर एसएफआई ने सेमिनार का आयोजन किया। जिसमें नई शिक्षा नीति की खामियों को लेकर छात्रों को बताया गया और इसके ख़िलाफ़ देश भर में मुहिम छेड़ने का आह्वान किया गया।
एसएफआई के महासचिव म्युक विश्वास ने बताया कि नई शिक्षा नीति में कई तरह की खामियां हैं। सरकार जबरन नई शिक्षा नीति को देश के बच्चों पर थोपने जा रही है। शिक्षा का भगवाकरण किया जा रहा है। एक विचारधारा का पाठ्यक्रम देश में लागू किया जा रहा है। नई शिक्षा नीति से शिक्षा का निजीकरण बढ़ेगा जिससे शिक्षा महंगी हो जाएगी। शिक्षा पर पूर्णतया केन्द्र का नियंत्रण हो जाएगा राज्यों को इससे नुकसान होगा। कुल मिलाकर नई शिक्षा नीति छात्र विरोधी है।
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