प्रदेश एसएफआई राज्य कमेटी ने नर्सिंग छात्राओं के साथ मिलकर हिमाचल प्रदेश सचिवालय के बाहर नर्सिंग कर रही छात्राएं ने प्रदर्शन किया। उन्होंने नर्सिंग, GNM और पोस्ट बेसिक नर्सिंग की छात्राओं को प्रमोट करने के लिए और कोरोना काल में छात्रों से अतिरिक्त फीस वसूलने के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया गया। इस दौरान SFI का प्रतिनिधिमंडल नर्सिंग छात्राओं के साथ हिमाचल प्रदेश स्वास्थय शिक्षा सचिव से भी मिला और उनके सामने मांग रखी गई।
उनक प्रमुख मांग है कि हॉस्टल और मिसलेनियस चार्जज के नाम पर फीस वसूलना बन्द करो। कोरोना के कारण छात्रों को होस्टल बन्द करके प्रशासन ने घर में ही रहकर ऑनलाइन पढ़ाई की। होस्टल बन्द थे तो छात्राओं ने न ही होस्टल मेस का इस्तेमाल किया, न ही कॉलेज की परिवहन सुविधा का इस्तेमाल किया। लेकिन उसके बावजूद भी सभी नर्सिग कॉलेजों में छात्राओं से 70 हजार के करीब हॉस्टल, मेस और परिवहन के नाम पर फीस ली जा रही है जो कि सरासर छात्रों की लूट है।
वहीं, उनका कहना है कि नर्सिंग छात्राओं को प्रमोट किया जाए। वर्तमान समय मे हिमाचल प्रदेश में 32 के करीब निजी और सरकारी नर्सिग कॉलेज चल रहे हैं। जिसमें 6500 के करीब छात्रायें अध्ययनरत है। मार्च में शैक्षिणक संस्थान बन्द होने के बाद अभी तक छात्र न तो क्लीनिकल ट्रेनिग पर हॉस्पिटल जा पाए है न ही छात्राओं के प्रैक्टिकल्स लिए गए है। ऐसे में राष्ट्रीय नर्सिंग कॉउन्सिल द्वारा भी छात्राओं को प्रमोट करने के लिए राज्यो को निर्देश दिए गए। लेकिन प्रदेश सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा नर्सिंग छात्रो को अभी तक न तो प्रमोट किया गया, न ही उनकी परीक्षाओं को लेकर कोई दिशा निर्देश जारी किए गए।
SFI मांग की है कि जल्द बीएससी 1, 2, 3 और GNM 1और 2 वर्ष के छात्रों को प्रमोट किया जाए। इसके साथ ही बीएससी पोस्ट बेसिक नर्सिंग व एमएससी नर्सिंग के छात्रो को भी प्रमोट किया जाए। प्रैक्टिकल्स के नाम पर मानसिक रूप से प्रताडित करना बंद करो। नर्सिंग में वर्ष भर के प्रैक्टिकल्स फाइल्स को बिना प्रैक्टिकल ट्रेनिग के 1 सप्ताह में बनाने के लिए छात्राओं पर दबाव बनाया जा रहा है। जो कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के खिलाफ है। इस दौरान स्वास्थ्य शिक्षा सचिव ने छात्रो से बातचीत करते हुए कहा है कि अभी किसी भी प्रकार के प्रैक्टिकल्स और परीक्षाएं नहीं ली जाएगी। इससे संबन्धित सरकारी आदेश आज ही सभी नर्सिंग कॉलेजों को जारी किए जाएंगे। प्रमोशन को लेकर अगले 1 सप्ताह के अंदर चिकित्सक शिक्षा विभाग फैसला लेगा। सरकार अगर 15 नवम्बर तक इन मांगों को पूरा करने के लिए कोई पहलकदमी नही करती है तो SFI पूरे प्रदेश से नर्सिंग छात्राओं को एकजुट करते हुए हरेक विधानसभा क्षेत्र में विधानसभा सदस्य का घेराव करेगी। वहीं, 20 नवम्बर को मुख्यमंत्री आवास पर विरोध प्रदर्शन करेगी।