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पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने मुख्यमंत्री सुक्खू की अपील पर बिजली सब्सिडी छोड़ने का निर्णय लिया।
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शांता कुमार ने सुझाव दिया कि बीपीएल परिवारों को सब्सिडी पहले की तरह मिले और अन्य वर्गों की सब्सिडी 50% कम की जाए।
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उन्होंने सरकारी गैर योजना व्यय में 10% कटौती और आर्थिक सुधार के लिए विशेषज्ञ समिति बनाने की सलाह दी।
Shanta Kumar electricity subsidy:भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की अपील पर अपनी बिजली सब्सिडी छोड़ने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के आर्थिक सुधार के लिए साधन संपन्न लोगों से बिजली सब्सिडी त्यागने की अपील की थी, जिसका समर्थन करते हुए शांता कुमार ने यह कदम उठाया।
शांता कुमार ने कहा कि प्रदेश के संपन्न लोग स्वेच्छा से सब्सिडी छोड़ें। उन्होंने मुख्यमंत्री को कुछ महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए हैं, जिसमें बीपीएल परिवारों को पहले की तरह सब्सिडी देने और बाकी सभी उपभोक्ताओं के लिए सब्सिडी 50% कम करने की बात कही गई है। उनका मानना है कि स्वेच्छा से सब्सिडी छोड़ने वाले कम लोग होंगे, लेकिन सब्सिडी में कटौती से सरकार को अधिक आय होगी।
शांता कुमार ने सरकारी गैर योजना व्यय में 10% की कटौती का सुझाव देते हुए कहा कि इससे सरकार को खर्चों में बचत होगी। साथ ही, उन्होंने सरकार को सलाह दी कि आर्थिक साधनों में वृद्धि के लिए विशेषज्ञों की एक समिति का गठन किया जाए।
मुख्यमंत्री सुक्खू की अपील का असर अब राज्य के अन्य मंत्रियों और विधायकों पर भी दिख रहा है, जिन्होंने सब्सिडी छोड़ने की घोषणा की है।