शिमला के एतिहासिक रिज मैदान पर चार राज्यों के ग्रामीण परिवेश की झलक देखने को मिल रही है। रिज पर नाबार्ड द्वारा तीन दिवसीय ग्राम्य उत्पाद मेले का आयोजन किया गया है। मेले में हिमाचल सहित पड़ोसी राज्य पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान, से करीब 30 स्वयं सहायता समूहों और किसान सगठनों ने अपने उत्पाद प्रदर्शित किये। मेले का शुभारंभ कृषि मंत्री ने किया। मेले में ग्रामीण क्षेत्रों में बनाये जा रहे उत्पादों को प्रदर्शित किया जा रहा है। यह मेला 4-6 दिसबंर तक चलेगा।
इस मोके पर कृषि मंत्री ने कहा कि यह इस तरह का यह पहला मेला है । उन्होंने जनता से आग्रह किया कि वह ज्यादा से ज्यादा समान खरीदें जिससे स्वयं सहायता समूहों और गांव की महिलाओं को लाभ मिल सके। ग्रामीण क्षेत्रों में बनने वाले उत्पादों को बेचने के लिए और उन्हें मंच देने के लिए इस मेले का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा की हिमाचल सरकार द्वारा समय समय पर इस तरह के मेले आयोजित किये जाते है।
कृषि मंत्री ने कहा कि देश मे लगभग 90 लाख स्वयं सहायता समूह का गठन नाबार्ड के द्वारा किया जा चुका है। हिमाचल प्रदेश में करीब 6200 हजार स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया है। नबार्ड ने इस साल राज्य सरकार को इंफ्रास्टएक्चर के लिए 544 करोड़ मंजूर किये हैं, जिसमें से 350 करोड़ जारी कर दिया गया है