फ़र्जी डिग्री मामले में हिमाचल की तीन यूनिवर्सिटी पर जांच चल रही है। मानव भारती और इंडस यूनिवर्सिटी का फर्जीवाड़ा सामने आ चुका है। जबकि शिमला स्थित एपीजी यूनिवर्सिटी भी जांच के दायरे में है।
इसी बीच कण्डाघाट स्थित बाहरा यूनिवर्सिटी पर मांगों को लेकर विद्यार्थियों ने प्रबंधन के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। छात्रों का आरोप है कि यूनिवर्सिटी ने पिछले कई महीनों से शिक्षकों को वेतन नहीं दिया है। परिणामस्वरूप शिक्षकों ने विद्यार्थियों को पढ़ाना छोड़ दिया है। छात्र पड़ना चाहते हैं लेकिन शिक्षक पढ़ाने नही आ रहे हैं।
आनन फ़ानन में यूनिवर्सिटी ने पहले 10 दिन की छुटियां घोषित कर दी। अब जब दस दिन बीत गए हैं तो एक बार फिर से यूनिवर्सिटी छुटियां करने की बात कह रही है। जबकि विद्यार्थी पढ़ना चाहते हैं। यूनिवर्सिटी में मूलभूत सुविधाओं की कमी है। हॉस्टल से लेकर मेस की स्थिति दयनीय है।
यूनिवर्सिटी मनमानी फीस तो छात्रों से बसूल रही है। बदले में सुविधाएं नाममात्र दे रही है। नतीज़तन छात्रों में भारी रोष है और यूनिवर्सिटी के ख़िलाफ़ मोर्चा खोले हुए हैं। हिमाचल प्रदेश में धड़ल्ले से यूनिवर्सिटीज खोल दी गई। अब ये यूनिवर्सिटीज नियमों की धज्जियां उड़ाकर फ़र्जी डिग्री से लेकर छात्रों के भविष्य से खेल रही हैं और शिक्षा के नाम पर दुकानें चला रही है।