केंद्रीय कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है देश भर में आज केंद्रीय कर्मचारियों ने धरने प्रदर्शन किए। शिमला में भी केंद्रीय कर्मचारियों ने केंद्रीय कर्मचारी एवं श्रमक़ समन्वय समिति के आह्वान पर एजी चौक पर केंद्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन और नारेबाजी की। कर्मचारियों ने न्यू पेंशन स्कीम को हटाकर पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल करने की मांग की है। इसके साथ ही कर्मचारियों ने 2016 में केंद्रीय मंत्रियों के समूह द्वारा दिए आश्वासन के अनुसार न्यूनतम वेतन में बढ़ौतरी और वेतन निर्धारण के लिए फिटमेंट फॉर्मूला में बढ़ौतरी करने की मांग की है।
कर्मचारियों ने सातवें वेतन आयोग की सिफारिश के आधार पर पेंशन देने की बात कही है। इसके अलावा समिति सरकारी कार्यालयों ,रेलवे, डाक और डिफेंस विभाग के निजीकरण को बंद करने की मांग की है। समिति के महासचिव हरीश जुल्का ने बताया कि केंद्र सरकार लगातार कर्मचारी विरोधी निर्णय ले रही है जिसके खिलाफ देश भर में आज कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार ने अगर कर्मचारियों की मांगों पर गौर नहीं किया तो आगामी 15 जनवरी 2020 को कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे।
समिति ने मांग की है कि सरकारी कार्यलयों में 6 लाख खाली पड़े पदों को शीघ्र भरा जाए और ग्रामीण डाक सेवकों को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए। इसके अलावा सभी कर्मचारियों को सेवा काल मे कम से कम 5 पदोन्नति और दैनिक वेतन भोगियों व अनुबंधित कर्मचारियों को नियमित किया जाए। कर्मचारियों ने 8 जनवरी 2020 को एक दिन की हड़ताल पर जाने का निर्णय भी लिया है।