उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय लवी मेला रामपुर बुशहर का अभिन्न अंग है। स्पीति घाटी के चमुर्थी घोड़ों की प्रदर्शनी पशुपालन विभाग द्वारा लवी मेला मैदान में 4 नवंबर से 6 नवंबर तक आयोजित की जाएगी। इस प्रदर्शनी में दुर्गम क्षेत्रों के लिए उपायुक्त चमुर्थी घोड़ों का व्यापार होता है और यहां 50 हजार से एक लाख रुपये तक इनकी बिक्री होती है। उन्होंने बताया कि किन्नौर और रामपुर उपमंडल के स्थानीय लोग इस प्रदर्शनी में बढ़-चढ़कर खरीदारी करते हैं और भारतीय सेना और आइटीबीपी के अधिकारीगण भी चमुर्थी घोड़ों की खरीदारी में भाग लेते हैं।
अमित कश्यप ने कहा कि चमुर्थी नस्ल के घोड़ों की विशेषता यह है कि यह अत्यधिक बर्फीली ठंड सह लेते हैं और अति दुर्गम रास्तों पर आसानी से ढुलाई के काम आते हैं। यह घोड़े पिन घाटी के अश्वपालकों द्वारा लवी मेले में खरीदारी के लिए लाए जाते हैं। उपायुक्त ने बताया कि इस तीन दिवसीय अश्व प्रदर्शनी में अश्वपालकों को पशुपालन विभाग द्वारा नवीनतम जानकारियां एवं दवाइयां निःशुल्क प्रदान की जाती है और उन्हें चारा भी मुहैया करवाया जाता है और किसान संगोष्ठी का भी आयोजन किया जाता है।
उन्होंने बताया कि 06 नवंबर को घुड़दौड़ एवं गुब्बारा फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाएगा।
अमित कश्यप ने बताया कि इस वर्ष युवाओं में नशाखोरी के खिलाफ संदेश देने के लिए प्रथम बार वॉलीबॉल एवं मैराथन दौड़ का आयोजन किया जाएगा, जिससे युवा पीढ़ी में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। उन्होंने स्थानीय लोगों से इस तीन दिवसीय अश्व प्रदर्शनी में बढ़-चढ़कर भाग लेने का आह्वान किया ताकि उन्हें महत्वपूर्ण जानकारी पशुपालन विभाग द्वारा उपलब्ध हो सके।