रेहड़ी फड़ी तहबाजारी यूनियन सम्बन्धित सीटू का प्रतिनिधिमंडल सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा की अध्यक्षता में नगर निगम शिमला के आयुक्त से मिला। उन्होंने तहबाजारियों को उजाड़ने औप भारी फाइन करने की मुहिम बन्द करने की मांग की। इस दौरान आयुक्त को नौ सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया। सीटू राज्याध्यक्ष विजेंद्र मेहरा ने भाजपा शासित वर्तमान नगर निगम पर गरीब विरोधी होने का आरोप लगाया है। उन्होंने नगर निगम आयुक्त व सहायक आयुक्त पर तानाशाही करने का आरोप लगाया है।
मेहरा ने कहा कि आयुक्त व सहायक आयुक्त स्ट्रीट वेन्डरज़ एक्ट 2014 की धज्जियां उड़ा रहे हैं व कानून विरोधी कार्य कर रहे हैं। इस कानून की धारा 19 का खुला उल्लंघन करके तहबाजारियों से जब्त सामान की कोई लिस्ट नहीं बनाई जा रही है व इस सामान के बदले कई गुणा फाइन वसूला जा रहा है। लक्कड़ बाजार के इंद्र से लगभग पांच सौ रुपये का सामान जब्त किया गया था जिसके बदले दो हज़ार रुपये फाइन किया गया। छोटा शिमला के बाबू लाल से तराजू बरामद किया गया था जिसे एक हज़ार रुपये फाइन किया गया। छोटा शिमला के रमेश से बरामद पतीले के बदले एक हज़ार रुपये फाइन किया गया। आईजीएमसी के राकेश कुमार से वजन पता करने की वेइंग मशीन के बदले एक हजार रुपये वसूल लिए गए। इस तरह शिमला शहर के दर्जनों तहबाजारियों से बिना वजह हज़ारों रुपये वसूले जा रहे हैं जबकि यह कानून विरोधी है।
उन्होंने नगर निगम को चेताया है कि अगर वह अपनी गरीब विरोधी नीतियां बन्द नहीं करेगा तो शिमला शहर के तहबाजारी चौबीस घण्टे के महापड़ाव में आयुक्त कार्यालय के अंदर ही बैठ जाएंगे व अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू कर देंगे। इस दौरान जब आयुक्त ने कानून को लागू करने से आनाकानी की तो तहबाजारी धरने पर बैठ गए। विजेंद्र मेहरा ने कहा है कि आयुक्त की तानाशाही अब किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वहीं, इसी मामले में सीटू ने निगम आयुक्त पंकज रॉय के साथ बद्दतमीज़ी कर दी इसको लेकर पुलिस मौके पर पहुंच गई है और मामले को लेकर एफआईआर हो सकती है।