कांग्रेस की नैया की खिवैया इस बार राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के हाथ हैं। उतर प्रदेश से प्रियंका गांधी इसे लेकर कई नए प्रयोग कर रही हैं, जिनमें ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ अभियान भी एक है। माना जा रहा है कि इसके जरिए कांग्रेस पार्टी महिला वोटर्स को साधने की कोशिश कर रही है। इस अभियान के तहत हिमाचल महिला कांग्रेस ने चौड़ा मैदान से लेकर कांग्रेस कार्यालय तक रैली निकाली और महिलाओं के समर्थन में नारेबाज़ी की।
महिला कांग्रेस हिमाचल अध्यक्षा जैनब चंदेल ने कहा की कांग्रेस कार्यकाल के दौरान देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, राज्यसभा अध्यक्ष से लेकर राज्यपाल तक महिलाएं रही हैं। इससे साफ़ है कि कांग्रेस पार्टी महिला हितैषी है। यूपी में भी प्रियंका गांधी ने “लड़की हूं लड़ सकती हूं” अभियान के साथ चुनावों में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाया है।
यूपीए सरकार के दौरान भी कांग्रेस पार्टी ने महिलाओं के आरक्षण बिल को राज्यसभा से पास करवा दिया था लेकिन लोकसभा में अन्य दलों की सहमति न बन पाने से बिल लटक गया। केन्द्र में मोदी सरकार फुल बहुमत में है बावजूद इसके भाजपा महिला आरक्षण को पास नहीं करवा पा रही है। इससे पता चलता है कि भाजपा महिला विरोधी है। भाजपा शासनकाल में महिलाओं पर अत्याचार भी बढ़े हैं।