कोविड-19 की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के तहत बसों और टैक्सियों में विशेष संचालन मानकों की अनुपालना के दृष्टिगत शिमला उपायुक्त आदित्य नेगी ने आज हिमाचल पथ परिवहन निगम के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में एसओपी के तहत निर्धारित विशेष संचालन मानकों की अनुपालना सुनिश्चित करने पर विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने हिमाचल पथ परिवहन निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बसों और टैक्सियों में निर्धारित 50 प्रतिशत यात्रियों के बैठने के निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करें। यदि कोई भी बस संचालक निर्धारित संख्या से अधिक सवारियों को ले जाते हुए पाया गया तो उनके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि शहर के बस अड्डों पर थर्मल स्केनिंग का कार्य, शौचालयों की सैनेटाईजेशन, सवारियों को कोविड से सम्बन्धित जागरूकता के लिए लगातार अनाउंसमैंट करवाना, बसों के अन्दर और बाहर सैनेटाइजर स्प्रे सुनिश्चित करना, बसों और टैक्सियों में सवारियों के बैठने के लिए 50 प्रतिशत सीटें चिन्हित करने के साथ-साथ ड्राईवर और कंडक्टर द्वारा मास्क पहनना, कंडक्टरों द्वारा नियमित रूप से ग्लबज पहनने के साथ-साथ सवारियों के उतरने और चढ़ने के बाद बस को सैनेटाइजर करना सुनिश्चित करें। परिवहन निगम द्वारा चलाई गई टैक्सियों की सीटों में भी 50 प्रतिशत की निर्धारित सीमा की अनुपालना सुनिश्चित की जाए और यदि सीटीओ, आईजीएमसी, लक्कड़ बाजार या अन्य स्थलों से आने- जाने वाले वरिष्ठ नागरिकों और अन्य सवारियों की संख्या अधिक है तो अतिरिक्त टैक्सियों की व्यवस्था की जाए। ताकि विशेष संचालन मानकों की अनुपालना सुनिश्चित की जा सके।
उपायुक्त ने पुलिस अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि वे शिमला शहर के सभी बस ठहरावों विशेषकर गुरूद्वारा और टॉलेंड में बसों को अधिक देर तक न रूकने दें। ताकि सवारियों की 50 प्रतिशतता की अनुपालना के साथ-साथ यातायात व्यवस्था भी बनी रहे। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए हमें व्यक्तिगत तौर पर अपनी जिम्मेदारी सुनिश्चित करनी होगी ताकि इसके फैलाव को रोका जा सके। उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति को मास्क लगाने, पर्याप्त दूरी बनाए रखने औऱ हाथों को सैनेटाइज करने की व्यवस्था भी विभाग को करने के निर्देश दिए। उन्होंने आम जनमानस से आग्रह किया कि आवश्यकता होने पर ही बाहर निकलें, मास्क का प्रयोग उचित प्रकार से करें। सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए ही बाजार में चले, भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचें। उन्होंने बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं एवं रोगों से ग्रस्त लोगों को घर से बाहर न निकलने का आह्वान भी किया।