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शिमला में गार्बेज कलेक्टर की कोरोना से मौत, माकपा ने सरकार से 50 लाख मुआवजा देने की उठाई मांग

पी. चंद |

सीपीएम ने शिमला शहर में नगर निगम शिमला के सैहब सोसाइटी के गार्बेज कलेक्टर की कोरोना से मौत पर शोक व्यक्त किया है। माकपा नेता संजय चौहान ने कहा कि यह साथी बहुत ईमानदारी व निष्ठा से अपना कार्य कर रहे थे। नगर निगम के कर्मचारी कोरोना काल में पिछले एक वर्ष से अधिक समय से कोरोना वॉरियर्स की भांति निष्ठापूर्वक कार्य कर रहे हैं। लॉकडाउन और कोरोना कर्फ्यू के दौरान जब अधिकांश शहर घरों में ही रहा है उस समय नगर निगम के कर्मचारी अपनी सेवाएं विशेष में सफाई कर्मचारी शहर में सफाई व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए अपना कार्य नियमित व निष्ठापूर्वक करते आ रहे हैं।  आज इस कार्य को करते शहर ने कोरोना से न केवल एक सैहब का कर्मचारी बल्कि एक कोरोना योद्धा को खो दिया है।

सरकार ने नगर निगम के सैहब सोसाइटी के कर्मचारियों को भी कोविड के लिए तैनात किए गये अन्य विभागों के कर्मचारियों के साथ फ्रंटलाइन वर्कर्स के रूप में कोरोना योद्धा का दर्जा दिया गया है। सरकार ने नीतिगत निर्णय लिया है कि यदि किसी फ्रंटलाइन वर्कर की मृत्यु होती हैं तो सरकार उसे मुआवजे के रूप में 50 लाख रुपए देगी। पार्टी मांग करती है कि इस सैहब के गार्बेज कलेक्टर के परिवार को भी तुरंत 50 लाख रुपए का मुआवजा प्रदान किया जाए और इसके परिवार के सदस्य को स्थाई रोजगार भी प्रदान किया जाए।

सीपीएम ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि देश, प्रदेश व शहर में जिस तेजी से कोविड का संक्रमण बढ़ रहा है तो सरकार इस खतरे से निपटने के कोविड की ड्यूटी में लगे सभी विभागों के कर्मचारियों को बढ़िया गुणवत्ता के व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (PPE) पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करवाए जाए। नगर निगम शिमला भी अपने सभी कर्मचारियों जो इस कठिन समय में सेवाएं प्रदान कर रहे हैं को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध करवाए और नियमित रूप से इन कर्मचारियों की स्वास्थ्य जांच करवाई जाए ताकि भविष्य में किसी भी कर्मचारी को अपनी जान न गवानी पड़े।

पार्टी शहरवासियों से भी आग्रह करती है कि कोविड के तेज़ी से बढ़ते संक्रमण के कारण कोविड के लिए निर्धारित नियमों का पालन करें। मास्क पहने, नियमित रूप से हाथ धोते रहे या सैनिटाइजर का प्रयोग करे तथा शारीरिक दूरी बनाए। यदि कोई भी लक्षण प्रतीत हो तो तुरंत जांच करवाएं, अपने आप अलग रहे औरों के संपर्क में न आए और डॉक्टर की सलाह ले। जो लोग घरों पर होम क्वारंटाइन है वह क्वारंटाइन के लिए बने नियमों का पालन करें। अपना कूड़ा आदि घरों पर ही रखें और क्वारंटाइन समाप्त होने पर ही घरों से बाहर निकले और कूड़ा भी तभी दे। कोविड एक महामारी है इसका सभी को मिलकर मुकाबला करना है।