देश के स्वच्छ शहरों में शिमला भी शामिल हो गया है। नगर निगम शिमला ने 4203 शहरों के स्वच्छता सर्वेक्षण में 144वां स्थान हासिल किया है। केंद्र सरकार की ओर से जनवरी में स्वच्छ भारत मिशन के तहत देश के सभी शहरों का सर्वेक्षण किया गया था। केंद्रीय टीम ने शिमला शहर में भी स्वच्छता का जायजा लिया था।
सर्वेक्षण में विभिन्न मापदंडों को शामिल किया गया। शहर में सीवरेज, शौचालय और स्वच्छ पानी पर आधारित सर्वेक्षण किया गया और इसी आधार पर रैंकिंग की गई। शिमला शहर इन सभी मापदंडों में सही उतरा और देश के 3.5 प्रतिशत स्वच्छ शहरों में अपना नाम दर्ज करवा लिया। वर्ष 2017 में 434 शहरों में 47वां स्थान शिमला को मिला था। वर्ष 2016 में 73 शहरों के सर्वेक्षण में शिमला को 27वां स्थान मिला था। उस दौरान उत्तर भारत में शिमला शहर को चौथा रैंक और राष्ट्रीय स्तर पर सिटीजन फीडबैक में 8वां रैंक प्राप्त हुआ था।
वर्ष 2016 में स्वच्छता मिशन में शिमला के फिसड्डी रहने के लिए पीलिया भारी पड़ गया था। यहा आई टीम ने पीलिया के मामलों को आधार बनाते हुए शहर में सीवरेज और पानी की व्यवस्था सही न होने का तर्क दिया था। स्वच्छ भारत मिशन की रेस में पिछड़ने के लिए शिमला शहर में फैला पीलिया बड़ा कारण बना है। जनवरी 2016 में टीम ने शिमला शहर का सर्वेक्षण किया था। उस समय शहर में पीलिया फैला था जिसका असर शिमला की रैंकिंग पर पड़ा था।
नगर निगम आयुक्त रोहित जम्वाल ने शिमला का स्वच्छ शहरों में शामिल होने पर कहा कि शिमला के लिए यह गर्व की बात है। देश के स्वच्छ शहरों में शिमला का नाम आना बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से यह संभव हो पाया है।