जेईई और नीट की परीक्षा करवाने के विरोध के बीच आज से जेईई मेन परीक्षा प्रदेश के आठ जिलों में बनाए गए 11 परीक्षा केंद्रों में आयोजित की गई। परीक्षा केंद्रों में कोरोना से बचने के लिए सेनेटाइजिंग और सोशल डिस्टनसिंग का विशेष ध्यान रखा गया था। शिमला के पंथाघाटी में बनाये गए परीक्षा केंद्र में 120 छात्रों की परीक्षा थी जिसमें करीब 60-62 छात्रों ने परीक्षा दी। प्रदेश के 8397 परीक्षार्थी जेईई परीक्षा के लिए आवेदन किया था। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए ऑड और ईवन रोलनंबर के आधार पर ऑनलाइन परीक्षा ली गयी। एक से छह सितंबर तक सुबह और शाम के सत्र में परीक्षा ली जा रही है। जिसमें सुबह की शिफ्ट में ऑड रोल नंबर और शाम की शिफ्ट में इवन रोल नंबर बालों की परीक्षा ली जाएगी।
शिमला पंथाघाटी परीक्षा केंद्र के परीक्षा नियंत्रक मंदीप सिंह ने बताया कि जेईई परीक्षा में कम्प्यूटरों के लिहाज से ऑड-ईवन की व्यवस्था लागू की गई है। परीक्षार्थी एक सीट छोड़कर बैठाए गये। दो कंप्यूटर के बीच की दूरी एक मीटर रखी गई है। परीक्षार्थी के तापमान की जांच के बाद उसे तीन लेयर वाला मास्क उपलब्ध करवाया गया और उसके बाद ही परीक्षा केंद्र के अंदर भेजा गया। परीक्षा से पहले और बाद में परीक्षा केंद्र को सेनेटाइज किया गया।
वहीं, जेईई की परीक्षा में भाग लेने पहुंचे छात्रों ने बताया कि कोरोना का भय तो था । लेकिन परीक्षाएं लंबे अरसे से लंबित चल रही थी जिससे उनका भविष्य भी खतरे में पड़ गया था। इसलिए परीक्षाएं होना भी जरूरी था और परीक्षा केंद्रों में कोरोना से बचने के लिए पर्याप्त प्रबंध किए गए थे और परीक्षा भी काफी अच्छी तरह से हुई है।