एक तरफ जहां सरकार स्वच्छता अभियान के जरिए प्रदेश के कोने कोने में सफाई व्यवस्था को लेकर अलख जगाने में जुटी हैं, वहीं दूसरी ओर चौपाल उपमंडल का सबसे बड़ा व्यावसायिक केंद्र कहे जाने वाला नेरवा बाजार गंदगी के गर्त में समाता जा रहा है।
नेरवा में हजारों लोगों की सेहत से सरेआम खिलवाड़ किया जा रहा है। एक और जहां सार्वजानिक स्थानों में जगह-जगह गन्दगी के ढेर से संक्रमित बीमारियां फैलने का डर है, तो वहीं दूसरी ओर प्रशासन की लापरवाही के कारण लोग को सीवरेज का पानी नाले में खुलेआम छोड़ा जा रहा है। जगह-जगह लगे गन्दगी के ढेर और नाले में छोड़ी गई सीवरेज की नालियां। जिनकी तरफ सरकारी तंत्र का ध्यान शिकायतों के बाद भी नहीं जा रहा है।
देश भर में चल रहे स्वच्छ भारत अभियान के चलते यहां भी कई बार झाड़ू उठाये गये और फोटो खिचवाते हुए नेताओं ने बड़े-बड़े दावे भी किये। मगर हकीकत में काम बहुत कम हुआ। शहर की सड़कें, रास्ते, बस अड्डे, स्कूल, बाज़ार और नाले के किनारे गन्दगी के बड़े-बड़े ढेर लगे हुए हैं। जिनसे संक्रमित बीमारी फैल रही है।