स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शिमला सब्जी मंडी स्थित दुकानों के जीर्णोद्धार का कार्य अधर में लटक गया है। स्थानीय निवासियों द्वारा नगर निगम द्वारा करवाये जा रहे कार्य को लेकर कोर्ट में अपील दायर की गई थी जिसके बाद जीर्णोद्धार के कार्य पर कोर्ट के आदेशों के बाद रोक लगा दी गयी है।
स्टे लगने से जीर्णोद्धार कार्य के जल्द से जल्द पूरा होने की आस लगाए बैठे दुकानदार कार्य को लटकता देख खासे परेशान हैं । दुकानदारों का कहना है कि निगम की लेटलतीफी की वजह से कार्य अधर में लटक गया है, जिस वजह से अब दुकानदार इस कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने की गुहार लगा रहे हैं ताकि वे अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें।
उधर, इस पूरे कार्य के स्टे आर्डर लेने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाने वाले स्थानीय दुकानदार ने निगम द्वारा करवाये जा रहे जीर्णोद्धार के कार्य को अवैध करार दिया । उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए न तो निगम ने कोई मास्टर प्लान तैयार किया है और न ही इस कार्य का नक्शा पास किया गया है।
वंही, निगम आयुक्त ने इस कार्य में हो रही देरी को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि न्यायालय के आदेशों के अनुसार ही सारा कार्य करवाया जा रहा है । बहरहाल वजह चाहे जो भी हो लेकिन लंबे अरसे से अपनी दुकानों के जीर्णोद्धार का सपना देख रहे स्थानीय दुकानदारों का इंतजार ओर और बढ़ गया है ।