शिमला के पीटर हॉफ में “विकसित भारत 2047″विषय पर एक बौद्धिक विचार विमर्श सत्र का आयोजन किया गया जिसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मुख्य वक्ता के रूप शिरकत की और 2047 के विकसित भारत लक्ष्य को लेकर विचार सांझा किए। कार्यक्रम में प्रदेश के कई बुद्धिजीवी और छात्रों ने हिस्सा लिया।
इस मौके पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत दुनिया में तेज़ी से विकास करने वाला देश बन गया है। पिछले 10 वर्षों में भारत में 70 साल की अपेक्षा दोगुना विकास हुआ है जिसकी बदौलत भारत दुनियां के पांचवी बड़ी अर्थवस्था बन गया है और 2047 भारत विकसित भारत के लक्ष्य को भी हासिल कर लेगा लेकिन इसमें सभी लोगों की भागीदारी सुनिश्चित होनी चाहिए।दुनिया के दूसरे देश भी आज भारत की डिजिटलाइजेशन में तरक्की से प्रभावित होते हैं। पिछले दस वर्षों में उज्जवला, आवास योजना सहित अन्य योजनाओं से गरीब तबके का कल्याण हुआ है। हिमाचल प्रदेश में भी केंद्र सरकार की योजनाओं का भरपूर लाभ लोगो को मिला है। प्रदेश के 30 लाख लोगों को मुफ़्त अन्न योजना का लाभ मिल रहा है।जल जीवन मिशन में साढ़े नौ लाख लोगों को कनेक्शन दिए गए हैं और
मुद्रा योजना में साढ़े सात लाख लोगों को ऋण मिला है।डिजिटल की वजह से भ्रष्ट्राचार पर लगाम लगी हैं।
अर्थव्यवस्था जब तक आगे नहीं बढ़ेगी तक मैन्युफैक्चरिंग नहीं बढ़ेगी।मेक इन इंडिया को जितना आगे ले जाएंगे उतना रोजगार मिलेगा और विकसित भारत का लक्ष्य पुरा होगा। सुशासन और गुड इन्फ्रास्ट्रक्चर मोदी की गारंटी है।कोविड के बाद से दुनिया चाहती है कि चीन पर निर्भरता कम हों और उत्पादन पर सभी देश फोकस कर रहे हैं और दूसरा डिजिटलाइजेशन पर फोकस किया जा रहा है। ड्रोन और ग्रीन एनर्जी की तरफ सरकार का विशेष ध्यान है।