एसएफआई एचपीयू यूनिट ने छात्र मांगों को लेकर डीसी ऑफिस के बाहर धरना प्रदर्शन किया। एसएफआई का कहना है कि विश्वविद्यालय मेरिट बेस्ड एंट्री के द्वारा उन छात्रों को हायर एजुकेशन से दूर करने का प्रयास कर रहा है जो एकेडमिक फैसिलिटी ना होने के कारण कम मेरिट अर्जित करते हैं और अगर विश्वविद्यालय में प्रवेश का माध्यम मेरिट बेस हुआ तो वह हायर एजुकेशन से दूर हो जाएंगे।
एसएफआई कैंपस सचिव गौरव नाथन ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन पहले ही एंट्रेंस के लिए फॉर्म निकाले थे और छात्रों से बहुत सा पैसा वसूल जा चुका है। अब एंट्रेन्स नही करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर विश्वविद्यालय प्रशासन एंट्रेंस नहीं करवाता है तो यह छात्रों के पैसों की लूट साबित होगी। इसके साथ ही एस एफआई ने चेतावनी दी है कि यदि विश्वविद्यालय अपने इस फैसले को वापस नहीं लेता है तो आने वाले समय में बाद एसएफआई सभी छात्रों को लामबंद करते हुए विश्वविद्यालय के अधिकारियों की विश्वविद्यालय में एंट्री बंद करेगी और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन करेगी।
इसके साथ ही उन्होने प्रशासन से मांग की है कि प्रशासन जल्द यूजी प्रथम ओर द्वितीय सत्र के छात्रों को प्रोमोट करे तथा इस वर्ष ली जाने वाली सभी तरह की कंटिन्युएशन फीस में छात्रों को छूट दे ताकि छात्र अपनी पड़ाई को सुचारू रूप से पूरा कर सके।