करीब 4 हज़ार सदस्यों वाला व्यापार मंडल दो धड़ों में बंट गया है। एक धड़ा कांग्रेस पार्टी का है जो 2013 से व्यापार मंडल की कुर्सी पर कुंडली मार कर बैठा है। दूसरी तरफ भाजपा समर्थित व्यापार है जिसको अब व्यापारियों के हितों की याद आई है और चुनाव करवाने की मांग कर रहा है। चुनाव समिति के अध्यक्ष कमलजीत सिंह का आरोप है कि 7 साल में मौजूदा व्यापार मंडल ने व्यापारियों के लिए कुछ नहीं किया। यहां तक कि कारोना काल में व्यापारियों को राहत दिलाने के लिए व्यापार मंडल ने कुछ नहीं किया। इसलिए जल्द चुनाव होने चाहिए।
दूसरी तरफ अभी कांग्रेस समर्थित इंद्र सिंह शिमला व्यापार मंडल के अध्यक्ष हैं। उनका कहना है कि उन्होंने संसोधन कर चुनाव का समय 3 से 7 सात साल कर दिया है जो कि अब 2021 तक हो गया है। 2021 में चुनाव करवाने को वह तैयार है। चुनाव पर भाजपा बेवजह राजनीति कर रही है। रही बात व्यापारियों के हितों की है तो वह प्रॉपर्टी टैक्स और कूड़े के बिलों को लेकर सरकार से मांग उठा रहे हैं। जिसको लेकर धरने पर भी बैठे हैं।