हिमाचल प्रदेश में जहां चिट्टे का काला कारोबार अपने पैर पसार रहा है तो वहीं अब प्रदेश शिवसेना राज्यस्तरीय आंदोलन की तैयारिओं में जुटती नजर आ रही है। जिसके चलते बिलासपुर में आयोजित जिलास्तरीय बैठक में पहुंचे शिवसेना के राज्य कार्यकारी प्रमुख शिवदत्त वशिष्ठ ने चार सूत्रीय मुद्दों को लेकर आंदोलन की चेतावनी दी है। मीडिया से बात करते हुए शिवदत्त वशिष्ठ ने कहा कि एक ओर जहां प्रदेश में सीमेंट निर्माण होता है।
बावजूद इसके प्रदेश में सीमेंट के दाम पंजाब की तुलना में ज्यादा है, इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश में स्थापित उद्योगों में 70 से 80 प्रतिशत हिमाचलियों को रोजगार उपलब्ध करवाने के वादे को पूरा करने, गौशालाओं के निर्माण के साथ ही पशुधन की व्यवस्था करने और प्रदेश में चिट्टा तस्करों पर लगाम लगाकर युवा पीढ़ी को बचाने के लिए ठोस कदम उठाये जाने की अपील भी की है।
शिवसेना राज्य कार्यकारी प्रमुख ने चिट्टे के कारोबार में राजनैतिक संरक्षण होने का भी आरोप लगाया है। जिसके खिलाफ राज्यपाल से मुलाकात कर सभी विषयों पर चर्चा करने के साथ ही प्रदेशव्यापी आंदोलन की चेतावनी भी दी है।