निर्वाचन कार्यालय के आदेशों की अवहेलना करने पर हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। प्रदेश में धर्मशाला और पच्छाद में उपचुनाव की घोषणा के साथ ही मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट लागू होने के बाद उसके उल्लंघन के आरोप में हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन को
हिमाचल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के आदेशों पर कारण बताओ नोटिस जारी कर स्थिति स्पष्ट करने के आदेश दिए गए हैं। बीती 16 अक्टूबर को मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने धर्मशाला प्रवास के दौरान शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन द्वारा सरकारी वाहन का इस्तेमाल करते पाया था।
शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने से पूर्व एक दिन का समय निर्धारित किया है, इसमें वह कारण प्रस्तुत कर सकते हैं। कारण प्रस्तुत ना करने पर उनके खिलाफ एकपक्षीय कार्रवाई की जाएगी। आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 21 सितंबर 2019 से लेकर आज दिन तक सरकारी गाड़ी की लॉग बुक और अन्य साक्ष्य भी उन्हें प्रस्तुत करने होंगे। ड्राइवर यूनियन ने निर्वाचन अधिकारी को सौंपे शिकायत पत्र में आरोप लगाया है कि शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन का ड्राइवर अवकाश पर है।
वहीं हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के चेयरमैन डॉ. सुरेश कुमार सोनी ने का कि मैंने कोई भी चुनाव आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया है बल्कि यह नोटिस मुझे प्रशासनिक द्वेष के कारण जारी किया गया है। मेरी अप्वॉइंटमेंट एक्ट के अनुसार शिक्षाविद के रूप में हुई है। मैं आज भी सरकारी कर्मचारी हूं।