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श्री नैना देवी: नवरात्र मेले की तैयारी में जुटा प्रशासन, 9 सैक्टरों में विभाजित होगा मेला स्थल

सुनिल ठाकुर, बिलासपुर |

उत्तर भारत के प्रसिद्ध शक्ति पीठ श्री नैना देवी जी में 29 सितम्बर से 8 अक्तूबर तक आयोजित होने वाले आश्विन मेले के प्रबंधों को लेकर उपायुक्त एवं आयुक्त मंदिर न्यास श्री नैना देवी जी राजेश्वर गोयल की अध्यक्षता में श्री नैना देवी जी के मातृ आंचल में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में मन्दिर अधिकारी के साथ-साथ सभी विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में उपायुक्त ने कहा कि श्रावण आष्टमी मेले की तरह ही आश्विन मेलों के दौरान भी सभी अधिकारी कर्तव्य निष्ठा व तालमेल के साथ अपनी डयूटी का निर्वहन कर मेले को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान करें। उन्होंने कहा कि आश्विन मेलों के दौरान एसडीएम स्वारघाट सुभाष गौतम को मेला अधिकारी तथा डीएसपी संजय शर्मा श्री नैना देवी जी को पुलिस मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है जबकि तहसीलदार सहायक मेला अधिकारी होगें।

9 सैक्टरों में विभाजित होगा मेला स्थल

उन्होंने कहा मेले के दौरान मेला क्षेत्र को नौ सैक्टरों में विभाजित किया जाएगा जिसमें 5 सैक्टर मैजिस्ट्रेट नियुक्त किए जाएंगे। उन्होंने डीएसपी श्री नैनादेवी को मेले के दौरान कानून व्यवस्था को सुचारू रूप से बनाए रखने के लिए पूरा मेला क्षेत्र में पर्याप्त पुलिस बल, होमगार्ड की सेवाएं लेने के निर्देश दिए ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पडे़। मेले के दौरान यातायात को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त स्टाफ नियुक्त किया जाएगा। ट्रक, ट्रैक्टर, टैंपो इत्यादि में सवारियां लेकर श्री नैना देवी जी में नहीं आने दिए जाएंगे और उन्हें टोबा में ही रोक दिया जाएगा। उन्होने आरटीओ से भी कहा कि वह मेले के दौरान प्रयोग में लाई जाने वाली टैक्सियों के रेट निर्धारित करें। इसके अतिरिक्त कार्यकारी नगर परिषद को निर्देश दिए गए कि मेले के दौरान नगर परिषद तथा निजी पार्किंगों में रेट लिस्ट लगाना सुनिश्चित करें।

अधिकारियों को दिए निर्देश

डीसी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे 26 सितम्बर तक मेले के दौरान डयूटी पर तैनात कर्मचारियों की लिस्ट शीघ्र मंदिर अधिकारी के कार्यालय में उपलब्ध करवाएं ताकि ऐसे कर्मचारियों के ठहरने की व्यवस्था की जा सके। इसी प्रकार नगर परिषद मेले के दौरान सफाई व्यवस्था को सुनिश्चित बनाऐं तथा मेला से पूर्व पूरे मेला क्षेत्र की सफाई करना सुनिश्चित करेगी। उन्होने कहा कि मेले के दौरान प्लास्टिक प्रयोग पर पूर्णतया प्रतिबन्ध रहेगा। डीसी ने खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को मेले के दौरान खाद्य वस्तुओं का पूर्ण भंडारण सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए। उन्होने स्वास्थ्य विभाग से कहा कि मेले के दौरान श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य की बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए वे स्थापित किए जाने वाले स्वास्थ्य सहायता कक्षों में पर्याप्त मात्रा में दवाईयों का भंडारण, उपकरणों की उपलब्धता करवाने के लिए समयबद्ध सूची भेजना सुनिश्चित करें इसके अतिरिक्त चिकित्सक, फार्मासिस्ट की तैनाती को सुनिश्चित बनाएं। उन्होने मेले के दौरान पेयजल व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए आईपीएच विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए तथा टोबा तालाब में पुराने पानी की निकासी तथा उसमें ताजा जल भराव करने के लिए आईपीएच विभाग के अधिकारियों को पंचायत प्रधान टोबा से मिलकर कार्यवाही करने को कहा।

 इन चीचों पर रहेगा प्रतिबंध

उन्होने मंदिर अधिकारी को निर्देश दिए कि वह मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण स्थानों पर हिंदी तथा पंजाबी भाषा में साईनेज लगाएं जाएं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। मेले के दौरान मंदिर के अंदर केवल सूखा प्रसाद ही चढ़ाया जाएगा तथा नारियल और हलवा चढ़ाने व बेचने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। इसके अतिरिक्त माईक, ढोल, नगाड़ों तथा दुकानदारों द्वारा सीडी कैसेट बजाने पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। उन्होंने सेक्टर तथा पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मेले के दौरान भिखारियों को कौलांवाला टोबा से ऊपर न आने दें, ताकि श्रद्धालुओं को परेशानी न हो।  मेले के दौरान आग से बचाव हेतू गृह रक्षा विभाग के अधिकारियों को मेला से पूर्व मेला क्षेत्र में दुकानों तथा अन्य स्थानों पर स्थापित समस्त अग्निशमन यंत्रों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मंदिर न्यास श्री नैना देवी जी द्वारा संचालित सभी प्रकोष्ठों के कार्याें का लेखा जोखा भी प्रस्तुत किया गया तथा अनुमानित वार्षिक बजट 62 करोड 99 लाख 35 हजार 199 रूपए का अनुमोदन किया गया।