लाहौल स्पीति को ऐतिहासिक आयोजन उत्सवों का उसत्व' स्नो फ़ेस्टिवल के लिए गवर्नेन्स की श्रेणी में स्कोच अवार्ड का सिल्वर मेडल हासिल हुआ है। यह जानकारी उपायुक्त लाहौल एवं स्पिति पंकज राय ने दी। उन्होंने कहा कि यह आयोजन समस्त जनता की भागीदारी से ही सम्भव हो पाया है जिसके माध्यम से यह उत्सव सफ़ल हो रहा है। वहीं, लाहौल भ्रमण पर पधारे आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर फ़ूड फ़ेस्टिवल परिसर में पधारे जहां उन्हें उपायुक्त पंकज राय और अन्य अधिकारियों के साथ स्कोच -अवार्ड स्नो फ़ेस्टिवल अवार्ड हासिल करने के उपलक्ष्य में, देसी घी से बनाए केक ( मारपिणी ) को काटकर बधाई दी। गुरु श्रीश्री रविशंकर का उपायुक्त के द्वारा पारम्परिक रूप से सम्मान किया गया।
स्कोच-अवार्ड का सिल्वर मेडल 'स्कोच' संस्था द्वारा बिस मार्च को घोषित किया गया था। लाहौल स्पीति प्रशासन को यह सम्मान स्नो फ़ेस्टिवल के आयोजन के लिए दिया गया है। स्नो फ़ेस्टिवल 75 दिनों तक चलने वाला, देश के।सबसे लम्बे चलने वाले उत्सवों में एक है। फेस्टिवल के माध्यम से लुप्त हो रही परम्पराओं को पुनर्जीवित किया गया है, जिसके सार्थक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। जैसे कि कि शंगजतार लगभग 90 वर्ष के बाद, राइंक जातर लगभग 50 साल एवं दारचा क्षेत्र का सेलु नृत्य का पुनः जीवन्त, गमत्सआ उत्सव का 40 वर्ष बाद आयोजन होना इस प्रयास का परिणाम है।
गौरतलब है कि स्कोच अवार्ड, स्कोच संस्था द्वारा 2003 में स्थापित स्थापित, देश का एक अति प्रतिष्ठित सम्मान है जोकि जटिल डॉक्यूमेंटेशन प्रक्रिया, द्वारा स्वंतंत्र निर्णायक मण्डल द्वारा विभिन्न श्रेणियों में दिया जाता है।