Soil health cards for farmers: जिला सिरमौर में कृषि विभाग ने भारत सरकार की योजना के तहत किसानों के खेतों की मिट्टी की जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी है। विभाग के अनुसार, क्षेत्र में लगभग 6,160 मिट्टी नमूने एकत्र किए जाएंगे, जिसमें रबी और खरीफ दोनों प्रकार की फसलों को ध्यान में रखते हुए नमूने लिए जा रहे हैं। जिला कृषि उपनिदेशक डॉ. राज कुमार ने मीडिया को जानकारी दी कि खरीफ फसलों के लिए पहले ही 3,130 नमूने एकत्र किए जा चुके हैं और उनकी रिपोर्ट भी विभाग को मिल चुकी है। इन रिपोर्टों के आधार पर किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड दिया जा रहा है, जो उनकी भूमि में आवश्यक पोषक तत्वों और सुधारात्मक सुझावों की जानकारी प्रदान करता है।
डॉ. राज कुमार ने बताया कि इन नमूनों में नाइट्रोजन, फास्फोरस, और पोटाशियम जैसे प्रमुख पोषक तत्वों के अलावा, अन्य सूक्ष्म पोषक तत्वों की भी जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद, किसानों को अपनी भूमि की स्थिति के बारे में सटीक जानकारी मिलती है, जिससे वे फसल की बिजाई से पहले आवश्यक तैयारी कर सकते हैं। इससे फसलों की पैदावार बढ़ाने में मदद मिलेगी और उन्हें अपनी मिट्टी की गुणवत्ता के अनुसार उपयुक्त उपाय अपनाने में सहायता मिलेगी।
डॉ. राज कुमार, उपनिदेशक कृषि विभाग सिरमौर, ने कहा, “मिट्टी की गुणवत्ता में नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाशियम जैसे तत्वों की मात्रा की जांच के बाद किसान फसल उत्पादन में सुधार कर सकते हैं। मृदा स्वास्थ्य कार्ड के माध्यम से उन्हें उनकी भूमि में कमी और उसके सुधार के उपायों की पूरी जानकारी दी जा रही है।”